[ad_1]
पंप पर खड़े सीएनजी वाहन
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
विस्तार
ताज ट्रिपेजियम जोन में शामिल आगरा में सीएनजी नोएडा व गाजियाबाद से भी महंगी है। ऐसे में सीएनजी की गाड़ियों को चलाना महंगा होता जा रहा है। शहर में ऑटो रिक्शा, लोडिंग टेंपो, स्कूल वैन व बसें, मेटाडोर सीएनजी से चलाई जा रही हैं। ऑटो चालकों ने किराया प्रति किमी 1 रुपये किराया बढ़ा दिया है। लोडिंग टेंपो का किराया 1 जनवरी से बढ़ सकता है। प्राइवेट रूप से स्कूलों में लगीं वैन व बसों का किराया भी बढ़ने की संभावना है।
आगरा में ग्रीन गैस लिमिटेड इस साल 6 बार गैस के दामों में वृद्धि कर चुकी है। सीएनजी चालित वाहनों को चलाने का खर्चा लगातार बढ़ रहा है। इधर पंपों पर गैस की किल्लत भी है। केवल सीधी आपूर्ति वाले पंप ही गैस सुचारु रूप से दे पा रहे हैं। टैंकरों से सप्लाई वाले पंपों पर 24 घंटे गैस नहीं मिल पाती। आगरा में सीएनजी के दाम 97 रुपये प्रति किलो हैं, जबकि पेट्रोल 96.53 रुपये है। संबंधित लोगों का कहना है कि आगरा में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए यहां प्रदूषण रहित ईंधन पर कुछ राहत मिलनी चाहिए।
शहर सीएनजी के दाम
दिल्ली 79.56
नोएडा 82.12
मेरठ 86.79
गुरुग्राम 87.89
करनाल 88.22
कानपुर – 89.81
आजमगढ़ – 95
मथुरा -96
मुरादाबाद -64
(दाम रुपये प्रति किलो में)
अन्य राज्यों में सस्ती है सीएनजी
सीएनजी पंप कारोबारी सचिन अग्रवाल ने बताया कि सीएनजी के दाम इस साल छह बार बढ़ाए गए हैं। राजस्थान में सीएनजी पर वैट 16 फीसदी जबकि उत्तर प्रदेश में यह 12.5 फीसदी है। इसके बाद भी राजस्थान में सीएनजी सस्ती है। जयपुर में यह प्रति किलो 93 रुपये, धौलपुर में 95.9 रुपये तो अजमेर में 89.83 रुपये प्रति किलो है। ऐसे में एक ही कंपनी की सप्लाई के कारण भी आगरा में दाम लगातार बढ़ाए जा रहे हैं। राहत मिलनी चाहिए।
एक जनवरी से बढ़ाएंगे 30 फीसदी भाड़ा
आगरा लोडिंग टेंपो ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पूरन सिंह चौधरी ने बताया कि सीएनजी 100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच रही है। टीटीजेड में 8000 डीजल लोडिंग टेंपो को सीएनजी में बदलवा दिया गया है। अब गैस के दाम लगातार बढ़ाए जा रहे हैं। व्यापारी इतना भाड़ा देने को तैयार नहीं हैं। परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। एक जनवरी से 30 फीसदी तक माल भाड़ा बढ़ाने का निर्णय लिया जाएगा।
दाम बढ़े, उपलब्धता कम हुई
आगरा लोडिंग टेंपो एसोसिएशन के सचिव विजय राठौर ने बताया कि 5 साल पहले 50 रुपये प्रति किलो थी सीएनजी। दाम बढ़ाने वाली कंपनी पंपों पर गैस नहीं दे पा रही है। ऑटो चालकों को रात में कतार लगानी पड़ती है। दिन में भी गैस आसानी से नहीं मिलती। अब पेट्रोल से महंगी पड़ रही है। ऐसे में ईंधन का विकल्प तलाश कर रहे हैं, ताकि सीएनजी का प्रयोग बंद कर दें।
किराया बढ़ाना होगा
प्रीपेड टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि शहर में अधिकांश वैन और ऑटो रिक्शा सीएनजी से संचालित हैं। दाम बढ़ रहे हैं लेकिन अभी किराया नहीं बढ़ाया। अब दाम 97 रुपये हो गए हैं तो किराया बढ़ाना ही होगा।
[ad_2]
Source link