[ad_1]
ख़बर सुनें
कासगंज/सोरोंजी। तीर्थनगरी में एक फाइनेंस कंपनी चलाने वाले संचालकों ने ऋण देने के नाम पर तमाम लोगों से दस लाख रुपये की ठगी कर ली। ऋण न मिलने पर लोगों को फर्जीवाड़े का संदेह हुआ तो उन्होंने फाइनेंस कंपनी के कार्यालय जाकर आक्रोश जताया। लोगों की भीड़ देख कंपनी के संचालक भाग गए, लेकिन एक संचालक लोगों की पकड़ में आ गया। लोगों ने उसको पुलिस को सौंप दिया और पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सहावर के मोहल्ला कुरैशी के रहने वाले नूर आलम ने इस मामले में कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि एक दिन पूर्व उन्हें 12 अन्य लोगों को समूह बनाकर ऋण देने के लिए बुलाया। सभी लोग फाइनेंस कंपनी नेनी फाइन केप लिमिटेड के टीवीएस एजेंसी के समीप कार्यालय में पहुंचे। सभी की 40-40 हजार रुपये का ऋण देने की फाइल बना ली और प्रत्येक व्यक्ति से दो हजार रुपये फाइल बनाने के वसूल किए। उन्होंने कहा कि अब फाइल तैयार होने के बाद सभी को ऋण मिलेगा, लेकिन किसी को ऋण नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि इसी बीच अन्य लोग जिनकी फाइलें बन चुकी थीं वह भी ऋण लेने के लिए पहुंचे, लेकिन लोगों के पहुंचने पर फाइनेंस कंपनी के संचालक कर्मी भाग गए, लेकिन एक आरोपी को लोगों ने पकड़ लिया। तहरीर में आरोप है कि करीब 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी संचालकों ने की है। मौके पर पहुंचे लोगों में सोना, अफरोज, इमरान, राशिद, गुड्डो, नीलू, जमील अहमद, आरिफ, बन्ने सहित अन्य तमाम लोग पहुंचे। बताया गया कि संचालक काफी समय से लगातार लोगों को ऋण देने के नाम पर ठगी का शिकार बना रहे हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। सोरों के आस पास के गांव प्रह्लादपुर, बहेडिय़ा, खंजी नगला, लुहर्रा सहित अन्य गांव के लोग संचालकों की धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। कई गांव में संचालकों ने अपना नेटवर्क बना लिया था। हांलाकि धोखाधड़ी के कुल कितने लोग शिकार हुए हैं यह आंकड़ा स्पष्ट नहीं है, लेकिन 200-250 लोगों के धोखाधड़ी का शिकार होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में ताला लगा दिया है।
वर्जन-
– धोखाधड़ी का एक आरोपी पुलिस की हिरासत में है। दो आरोपी फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपों की जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी- गोविंद बल्लभ शर्मा, सोरोंजी, इंस्पेक्टर।
कासगंज/सोरोंजी। तीर्थनगरी में एक फाइनेंस कंपनी चलाने वाले संचालकों ने ऋण देने के नाम पर तमाम लोगों से दस लाख रुपये की ठगी कर ली। ऋण न मिलने पर लोगों को फर्जीवाड़े का संदेह हुआ तो उन्होंने फाइनेंस कंपनी के कार्यालय जाकर आक्रोश जताया। लोगों की भीड़ देख कंपनी के संचालक भाग गए, लेकिन एक संचालक लोगों की पकड़ में आ गया। लोगों ने उसको पुलिस को सौंप दिया और पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सहावर के मोहल्ला कुरैशी के रहने वाले नूर आलम ने इस मामले में कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि एक दिन पूर्व उन्हें 12 अन्य लोगों को समूह बनाकर ऋण देने के लिए बुलाया। सभी लोग फाइनेंस कंपनी नेनी फाइन केप लिमिटेड के टीवीएस एजेंसी के समीप कार्यालय में पहुंचे। सभी की 40-40 हजार रुपये का ऋण देने की फाइल बना ली और प्रत्येक व्यक्ति से दो हजार रुपये फाइल बनाने के वसूल किए। उन्होंने कहा कि अब फाइल तैयार होने के बाद सभी को ऋण मिलेगा, लेकिन किसी को ऋण नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि इसी बीच अन्य लोग जिनकी फाइलें बन चुकी थीं वह भी ऋण लेने के लिए पहुंचे, लेकिन लोगों के पहुंचने पर फाइनेंस कंपनी के संचालक कर्मी भाग गए, लेकिन एक आरोपी को लोगों ने पकड़ लिया। तहरीर में आरोप है कि करीब 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी संचालकों ने की है। मौके पर पहुंचे लोगों में सोना, अफरोज, इमरान, राशिद, गुड्डो, नीलू, जमील अहमद, आरिफ, बन्ने सहित अन्य तमाम लोग पहुंचे। बताया गया कि संचालक काफी समय से लगातार लोगों को ऋण देने के नाम पर ठगी का शिकार बना रहे हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। सोरों के आस पास के गांव प्रह्लादपुर, बहेडिय़ा, खंजी नगला, लुहर्रा सहित अन्य गांव के लोग संचालकों की धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। कई गांव में संचालकों ने अपना नेटवर्क बना लिया था। हांलाकि धोखाधड़ी के कुल कितने लोग शिकार हुए हैं यह आंकड़ा स्पष्ट नहीं है, लेकिन 200-250 लोगों के धोखाधड़ी का शिकार होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में ताला लगा दिया है।
वर्जन-
– धोखाधड़ी का एक आरोपी पुलिस की हिरासत में है। दो आरोपी फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपों की जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी- गोविंद बल्लभ शर्मा, सोरोंजी, इंस्पेक्टर।
[ad_2]
Source link