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मैनपुरी। जिले में निमोनिया और बुखार के मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को एलाऊ थाना क्षेत्र निवासी बुखार से पीड़ित तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। इस महीने में अब तक निमोनिया और बुखार से आठ मरीजों की मौत हो चुकी है।
निमोनिया के साथ ही बुखार के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में रविवार को निमोनिया और बुखार से पीड़ित 15 मरीज पहुंचे। इनमें से नौ मरीजों को गंभीर हालत देखते हुए भर्ती कराया गया। थाना एलाऊ क्षेत्र के गांव गोपालपुर निवासी कल्लूमल का तीन साल का पुत्र रीतेश कुमार पिछले कुछ दिनों से सर्दी, जुकाम के साथ ही बुखार की चपेट में था। परिजन उसका निजी डॉक्टर के यहां उपचार करा रहे थे।
शनिवार को हालत बिगड़ने पर कल्लूमल अपने पुत्र रीतेश को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रविवार को जिला अस्पताल से तीन अन्य बच्चों को गंभीर हालत देखते हुए मेडिकल कॉलेज सैफई रेफर किया गया है। सीएमएस डॉ. मदनलाल का कहना था कि बच्चे को मृत अवस्था में लाया गया था।
सीएमओ ने जताई नाराजगी
जिले में निमोनिया और बुखार से हो रहीं मौतों को लेकर सीएमओ ने नाराजगी जताई है। सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने जिले के सभी चिकित्साधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे बीमारियों को लेकर सजग रहें। जहां भी बुखार या निमोनिया आदि के मरीज मिल रहे हैं वहां टीम भेजकर उपचार दिलाया जाए। आशा और एएनएम की मदद से लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाए। सीएमओ ने चिकित्साधीक्षकों को चेतावनी दी है कि मरीजों के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही हुई तो संबंधितों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
सर्दी में बच्चों का रखें विशेष ख्याल
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. डीके शाक्य का कहना है कि सर्दी में बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों का सर्दी से हर हाल में बचाव किया जाए। जरा भी दिक्कत होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से ही उपचार दिलाएं। सर्दी जुकाम में लापरवाही से बच्चे बुखार और निमोनिया की चपेट में आ रहे हैं।
मैनपुरी। जिले में निमोनिया और बुखार के मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को एलाऊ थाना क्षेत्र निवासी बुखार से पीड़ित तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। इस महीने में अब तक निमोनिया और बुखार से आठ मरीजों की मौत हो चुकी है।
निमोनिया के साथ ही बुखार के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में रविवार को निमोनिया और बुखार से पीड़ित 15 मरीज पहुंचे। इनमें से नौ मरीजों को गंभीर हालत देखते हुए भर्ती कराया गया। थाना एलाऊ क्षेत्र के गांव गोपालपुर निवासी कल्लूमल का तीन साल का पुत्र रीतेश कुमार पिछले कुछ दिनों से सर्दी, जुकाम के साथ ही बुखार की चपेट में था। परिजन उसका निजी डॉक्टर के यहां उपचार करा रहे थे।
शनिवार को हालत बिगड़ने पर कल्लूमल अपने पुत्र रीतेश को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रविवार को जिला अस्पताल से तीन अन्य बच्चों को गंभीर हालत देखते हुए मेडिकल कॉलेज सैफई रेफर किया गया है। सीएमएस डॉ. मदनलाल का कहना था कि बच्चे को मृत अवस्था में लाया गया था।
सीएमओ ने जताई नाराजगी
जिले में निमोनिया और बुखार से हो रहीं मौतों को लेकर सीएमओ ने नाराजगी जताई है। सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने जिले के सभी चिकित्साधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे बीमारियों को लेकर सजग रहें। जहां भी बुखार या निमोनिया आदि के मरीज मिल रहे हैं वहां टीम भेजकर उपचार दिलाया जाए। आशा और एएनएम की मदद से लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाए। सीएमओ ने चिकित्साधीक्षकों को चेतावनी दी है कि मरीजों के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही हुई तो संबंधितों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
सर्दी में बच्चों का रखें विशेष ख्याल
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. डीके शाक्य का कहना है कि सर्दी में बच्चों की सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों का सर्दी से हर हाल में बचाव किया जाए। जरा भी दिक्कत होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से ही उपचार दिलाएं। सर्दी जुकाम में लापरवाही से बच्चे बुखार और निमोनिया की चपेट में आ रहे हैं।
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