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सरकारी ट्रॉमा सेंटर में मरीज की मौत के बाद हुए हंगामे के दौरान खाली पड़ी इमरजेंसी
– फोटो : FIROZABAD
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फिरोजाबाद। सड़क हादसे में घायल युवक दिलीप की मौत के बाद आक्रोशित परिजन ने सरकारी ट्रॉमा सेंटर में जमकर हंगामा किया। शव को ले जाने के प्रयास में पुलिस से नोंकझोंक हुई। दो घंटे तक शव सरकारी ट्रॉमा सेंटर के बाहर स्ट्रेचर पर पड़ा रहा। हंगामे के बीच चिकित्सक और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ड्यूटी छोड़कर भाग गए। अन्य थानों का फोर्स पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हो सकी। तब कहीं जाकर पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी।
नारखी क्षेत्र के गांव गौंछ के पास जलेसर थाना क्षेत्र के गांव नगवाई निवासी दिलीप कुमार की उपचार के दौरान ट्रॉमा सेंटर में देर रात मौत हो गई। परिजन ने स्वास्थ्य कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ड्यूटी पर तैनात स्टाफ से अभद्रता करने के साथ हाथापाई करने लगे। सिपाही ने रोकने का प्रयास किया तो उससे अभद्रता की। हंगामे के बीच चिकित्सक और स्टाफ अस्पताल से ड्यूटी छोड़कर भाग गए। इस बीच स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गईं।
सूचना पर चौकी प्रभारी और थाना उत्तर की पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने मामले को शांत करा दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई शुरू की तो मृतक के परिजन फिर से हंगामा करने लगे। उनकी मांग थी कि जब तक चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। वह शव नहीं ले जाने देंगे। इस बीच ट्रॉमा सेंटर के चौकी प्रभारी से नोंकझोंक होती रही। मामला बढ़ता देख अन्य थानों का फोर्स भी मौके पर पहुंच गया। तब कहीं जाकर मामला शांत हो सका। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
तड़पते दिखे मरीज, नहीं मिल सका इलाज
जैन नगर निवासी सिमरन के पेट में दर्द हो रह था। पिता सोनू जैन हंगामे के बीच बेटी को उपचार को सरकारी ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सक के साथ स्टाफ लापता था। आधा घंटे तक वह उपचार कराने के लिए भटकते रहे। जब कोई दिखाई नहीं दिया तो निजी चिकित्सक के यहां ले गए। एका निवासी राजपाल की नाक से खून बह रहा था। परिजन उनको देर रात उपचार के लिए लेकर पहुंचे थे। चिकित्सक व स्टाफ न होने के कारण उनको करीब एक घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा। मामला शांत होने के बाद स्टाफ ड्यूटी पर पहुंचा तब उपचार मिल सका।
युवक की मौत से आक्रोशित परिजन ने ट्रॉमा सेंटर में हंगामा किया था। पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। यदि तहरीर आती है तो मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -नरेंद्र कुमार शर्मा, प्रभारी निरीक्षक, थाना उत्तर
फिरोजाबाद। सड़क हादसे में घायल युवक दिलीप की मौत के बाद आक्रोशित परिजन ने सरकारी ट्रॉमा सेंटर में जमकर हंगामा किया। शव को ले जाने के प्रयास में पुलिस से नोंकझोंक हुई। दो घंटे तक शव सरकारी ट्रॉमा सेंटर के बाहर स्ट्रेचर पर पड़ा रहा। हंगामे के बीच चिकित्सक और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ड्यूटी छोड़कर भाग गए। अन्य थानों का फोर्स पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हो सकी। तब कहीं जाकर पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी।
नारखी क्षेत्र के गांव गौंछ के पास जलेसर थाना क्षेत्र के गांव नगवाई निवासी दिलीप कुमार की उपचार के दौरान ट्रॉमा सेंटर में देर रात मौत हो गई। परिजन ने स्वास्थ्य कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ड्यूटी पर तैनात स्टाफ से अभद्रता करने के साथ हाथापाई करने लगे। सिपाही ने रोकने का प्रयास किया तो उससे अभद्रता की। हंगामे के बीच चिकित्सक और स्टाफ अस्पताल से ड्यूटी छोड़कर भाग गए। इस बीच स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गईं।
सूचना पर चौकी प्रभारी और थाना उत्तर की पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने मामले को शांत करा दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई शुरू की तो मृतक के परिजन फिर से हंगामा करने लगे। उनकी मांग थी कि जब तक चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। वह शव नहीं ले जाने देंगे। इस बीच ट्रॉमा सेंटर के चौकी प्रभारी से नोंकझोंक होती रही। मामला बढ़ता देख अन्य थानों का फोर्स भी मौके पर पहुंच गया। तब कहीं जाकर मामला शांत हो सका। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
तड़पते दिखे मरीज, नहीं मिल सका इलाज
जैन नगर निवासी सिमरन के पेट में दर्द हो रह था। पिता सोनू जैन हंगामे के बीच बेटी को उपचार को सरकारी ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सक के साथ स्टाफ लापता था। आधा घंटे तक वह उपचार कराने के लिए भटकते रहे। जब कोई दिखाई नहीं दिया तो निजी चिकित्सक के यहां ले गए। एका निवासी राजपाल की नाक से खून बह रहा था। परिजन उनको देर रात उपचार के लिए लेकर पहुंचे थे। चिकित्सक व स्टाफ न होने के कारण उनको करीब एक घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा। मामला शांत होने के बाद स्टाफ ड्यूटी पर पहुंचा तब उपचार मिल सका।
युवक की मौत से आक्रोशित परिजन ने ट्रॉमा सेंटर में हंगामा किया था। पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। यदि तहरीर आती है तो मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -नरेंद्र कुमार शर्मा, प्रभारी निरीक्षक, थाना उत्तर
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