Friday, January 10, 2025
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Brother, Till When Do You Buy Water, Life Without Water Is Deserted

by amitsagar
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भैया कब तक पानी खरीदें, बिन पानी सूनी जिंदगानी


By: Inextlive | Updated Date: Thu, 20 Oct 2022 22:32:09 (IST)




भैया कब तक पानी खरीदें. इस मंहगाई में आधी कमाई तो पानी पर खर्च हो रही है. सुबह-शाम हाथों में बर्तन थामे पानी को दौड़ लगानी पड़ रही है. ये लाइन किसी फिल्म का डायलॉग नहीं है. ये व्यथा है 100 फुटा रोड नगला बूढ़ी की मालती देवी की है. उम्र के आधे पड़ाव पर पहुंच चुकी मालती देवी परिवार के सदस्यों के साथ बर्तन हाथों मेें थामे पानी का निकल पड़ती हैं. पिछले दो महीने नगला बूढ़ी वन विभाग के कार्यालय के गेट के सामने गली नं 2 के वांशिदों को दो महीने से पानी का इंतजार है. कई बार शिकायत करने के बाद भी अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है. बुधवार को जब दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट रिपोर्टर मौके पर पहुंचा तो देखते ही गली में महिला पुरुष बच्चों ने चारों तरफ से घेर लिया. माया देवी (48) पूछने लगीं जल विभाग से आए हैं. देख लो नल तो लगे हैं, लेकिन पानी नहीं आ रहा. मनोज ने बताया कि कई महीनों से पानी दिक्कत है.

आगरा। क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि उन्होंने इस बारे में कई बार क्षेत्रीय पार्षद फौरन सिंह से पानी न आने की शिकायत की, लेकिन उन्होंने कह दिया कि हम कुछ नहीं कर सकते। जब दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट ने पार्षद फौरन सिंह से बात की तो उनका कहना था कि हमने 800 मीटर नई पाइल लाइन का प्रस्ताव बनाया था, नई पाइपलाइन बिछाने के लिए जलकल को प्रस्ताव दिया था। गली नं 2 ऊंचे पर है। वहां पुरानी पाइपलाइन से पानी नहीं पहुंच पा रहा है। उन्होंने बताया कि लॉयर्स कॉलोनी की टंकी से नगला हवेली, विद्यानगर समेत अन्य स्थानों पर टंकी से सप्लाई की जा रही है। जिस टंकी से 30 किमी। पानी की सप्लाई की जाती है। उससे 150 किमी तक पानी की सप्लाई की जा रही है। नई पाइपलाइन बिछे तो दरोगा मार्केट गली में पानी की सप्लाई शुरु हो सके। वहीं जलकल के एक्सईएन बीबी सिंह ने बताया कि अभी ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। इसको दिखवाया जाएगा। क्या कारण है पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है।

नहीं आते रिश्तेदार
लोगों का कहना था कि अब तो रिश्तेदारों ने भी आना बंद कर दिया है। मनीषा, बीना आदि ने बताया कि कोई रिश्तेदार भी नहीं आता है। कोई बहिन-बेटी आती है तो उसे भी पानी भरने जाना पड़ता है। इस वजह से कोई आना नहीं चाहता है। नहाने की बात तो दूर पीने के पानी की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है। उसके लिए भी भटकना पड़ रहा है।

45 प्रतिशत एरिया में पाइपलाइन नहीं
शहर मेें 45 प्रतिशत एरिया में अभी तक पाइपलाइन का कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। 100 वार्डो में से 55 प्रतिशत वार्डो में ही पाइपलाइन बिछी है। 100 वार्डो की बात करें तो 27 वार्ड ऐसे हैं, जिनमें कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। 55 वार्ड ऐसे हैं, जिसमें आंशिकरूप से पाइपलाइन है। केवल 18 वार्डों में ही पाइपलाइन है।

अभी तीन दिन रहेगा गंगाजल का संकट
अभी शहर मेें तीन दिन गंगाजल का संकट बना रहेगा। बुधवार को पालडा झाल बुलंदशहर से गंगाजल की आपूर्ति बंद कर दी गई। अभी तक 100 एमएलडी की सप्लाई हो रही थी। अब ये ये बंद हो चुकी है। हालांकि बिजनौर से आने वाली मध्य कैनाल को 18 अक्टूबर की रात 12 बजे से खोल दिया गया। इस बारे में जलकल के सचिव एसके सिंह ने बताया कि कल शाम तक गंगाजल आ पाएगा। इसके बाद शुक्रवार से गंगाजल की आपूर्ति की जा सकेगी। बुधवार को सिकंदरा से 120 एमएलडी यमुना जल की सप्लाई की गई। वहीं जीवनी मंडी से 150 एमएलडी की सप्लाई की गई। इसमें 30 एमएलडी गंगाजल और 120 एमएलडी यमुनाजल की सप्लाई की गई। बता कि सिकंदरा पर दो प्लांट हैं। एक 144 गंगाजल प्लांट और 144 एमबीबीआर का प्लांट है। दोनों की पूरी क्षमता 288 एमएलडी है। जीवनी मंडी पर तीन प्लांट है। इसमें दो 90 एमएलडी के और एक 45 एमएलडी का प्लांट है। यहां से 150 एमएलडी की आपूर्ति हुई।

हो रही गंदे पानी की आपूर्ति
शहर में कई स्थानों पर गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है लोग परेशान है। कई बार शिकायत कर चुके हैं। लेकिन जलकल के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है। इसमें प्रतापनगर केशवकुंज स्टेशन से गंदे पानी की आपूर्ति की जा रही है। इसमें गढ़ी भदौरिया, सरस्वती नगर, प्रतापनगर, हनुमान नगर आदि एरिया में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है।

फैक्ट फिगर
– शहर में 100 वार्ड हैं
– 100 वार्डों में 20 लाख की आबादी है
– 55 वार्डों में आंशिक जलापूर्ति –
– 24 अंडरग्राउंड टैंक
– 10 अंडरग्राउंड टैंक सिकंदरा वाटर वक्र्स से संचालित
– 6 जीवनी की मंडी वाटर वक्र्स से संचालित

जलकल के पास- 34 टैंकर हैं
– 5 खराब हैं
– जलकल के पास 8 टै्रैक्टर हैं
– 11 टैंकरों से यमुनापार में जलापूर्ति का दावा

ऐसे होती है आपूर्ति
आगरा में पालड़ा से 150 क्यूसेक गंगाजल मिलता है। पालड़ा बुलंदशहर में दो स्थानों से पानी आता है। इसमें हरिद्वार अपर कैनाल और बिजनौर मध्य कैनाल से पालड़ा में गंगाजल आता है। यहां टैंक बना हुआ है। यहां से आगरा को गंगाजल आता है। 150 क्यूसेक गंगाजल में सें 10 क्यूसेक गंगाजल मथुरा को दिया जाता है।

हमारे यहां पिछले दो महीने से पानी नहीं आ रहा है। बहुत परेशान है। पानी की तलाश बढ़े- बच्चे सुबह से निकल जाते हैं। कई बार शिकायत की है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
मालती

होली पर पानी आया था,फिर बंद हो गया, इसके बाद दो महीने पहले पानी आया था। इसके बाद पानी बंद हो गया। बिल भी देना पड़ रहा है। लेकिन पानी नहीं मिल पा रहा। कोई सुनवाई भी नहीं हो रही।
माया देवी

घर में कोई रिश्तेदार भी नहीं आता। किसी की बहिन बेटी आती है, तो उसे भी पानी भरने जाना पड़ता है। इसलिए कोई नहीं आता। वन विभाग के गेट के पास खुदाई हुई थी। इसके बाद पानी आना बंद हो गया।
रामवती

हमने यहां के पार्षद फौरन सिंह से भी शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पार्षद ने कहा दिया कि हम कुछ नहीं कर सकते है.् वोट लेने सब आ जाते हैं। पानी के लिए कोई इंतजाम नहीं कर रहा।
बीना देवी

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