[ad_1]
आगरा के आर. मधुराज हॉस्पिटल में अग्निकांड में हुई तीनों मौतों के बाद मृतक संचालक राजन के पिता गोपीचंद ने साजिश के तहत आग लगाने का आरोप लगाया था। मगर, पुलिस और अग्निशमन विभाग प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट को ही वजह मान रहे हैं। यह हादसा था या फिर साजिश की गई? इसका पता विधि विज्ञान प्रयोगशाला की जांच में पता चल सकेगा। इसके लिए वैज्ञानिकों की टीम ने साक्ष्य भी जुटाए हैं। वहीं सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी देखे जा रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना आया है। पिता गोपीचंद के आरोपों की जांच पुलिस कर रही है।
परिवार ने नहीं दी तहरीर
थाना शाहगंज के प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह सिरोही ने बताया कि आग लगाने की शिकायत पिता ने की थी। मगर, कोई तहरीर नहीं दी है। हालांकि फिर भी जांच कराई जा रही है। पिता के आरोप लगाने पर अधिकारियों ने वैज्ञानिकों की टीम को बुलाया था।
फॉरेंसिक टीम ने घर और दुकान के अंदर से साक्ष्य जुटाए। फोम, फर्श और दीवार से नमूना लिया गया। इसमें अगर, किसी तरह का ज्वलनशील पदार्थ होगा तो पता चल जाएगा। पेट्रोल या केरोसिन या फिर कुछ और के बारे में पता चल जाएगा। इसी तरह तारों में शार्ट सर्किट से आग लगी होगी तो वह भी सामने आ जाएगा। इसके लिए टीम ने वायरिंग को भी देखा है।
पुलिस ने हॉस्पिटल में लगी डीवीआर कब्जे में ली थी। इसको देखा गया। इसमें तड़के चार से पांच बजे के बीच का फुटेज देखा। प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि हॉस्पिटल के अंदर या बाहर से कोई आता नजर नहीं आया है। अगर, किसी बाहरी व्यक्ति ने आग लगाई तो वह गेट से ही आया होगा। मगर, कैमरों के फुटेज में कोई नहीं दिख रहा। अब हॉस्पिटल के आसपास होटल और अन्य के फुटेज भी चेक किए जाएंगे।
आर मधुराज हॉस्पिटल राजन सिंह चलाते थे। हॉस्पिटल बेसमेंट में है। इसके ऊपर भूतल पर उनका घर है। घर के मुख्य द्वार के पास ही एक दुकान है, जिसमें फोम रखा था। बुधवार तड़के करीब 4:45 बजे दुकान में आग लगी थी। घर में धुआं भरने से राजन का परिवार फंस गया था।
घर में धुआं भरने से दम घुटने के कारण संचालक राजन सिंह, उनके बेटे ऋषि और बेटी सिमरन की मौत हो गई थी। घटना से पूरा परिवार टूट गया है। आसपास भी मातम है। हॉस्पिटल पर ताला लगा है। परिवार के लोग पुराने घर में शिफ्ट हो गए हैं। राजन के पिता गोपीचंद के आंसू नहीं रुक रहे। राजन की पत्नी राजरानी सदमे में हैं।
[ad_2]
Source link