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– फोटो : फाइल फोटो
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आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई। परिजन ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। एक घंटे बाद पुलिस बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी।
ट्रांस यमुना कॉलोनी सी ब्लॉक निवासी ओमवीर सिंह शिक्षक हैं। उनके भाई हिमांशु ने बताया कि 13 मार्च को ओमवीर सिंह की पत्नी की विद्या नर्सिंग होम में डिलिवरी हुई। 12:30 बजे बेटे को जन्म दिया। डॉक्टर ने बच्चे को तुरंत एनआईसीयू में भर्ती करने के लिए डॉ. अभिषेक गुप्ता के हॉस्पिटल में रेफर कर दिया।
वहां डॉक्टर ने बच्चे के पेट में गंदा पानी बताया। सर्जरी करने के लिए बोला। रात 8 बजे सर्जरी भी ठीक से हो गई। इसके बाद डॉक्टर बोले बच्चा खतरे से बाहर है। दो दिन लगातार बच्चे की हालत में सुधार हुआ। शुक्रवार एक बजे बच्चे को देखकर आए थे। इस दौरान हाथ-पैर हिला रहा था। 30 मिनट बाद ही डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। आरोप है कि हॉस्पिटल स्टाफ ने बच्चे को काई गलत दवा दी या फिर वेंटिलेटर बंद कर दिया गया। इससे बच्चे की मौत हो गई।
एत्माद्दौला थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी। उधर, सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि नवजात की मौत की जानकारी आई है, अभी किसी ने शिकायत नहीं की है। शिकायत मिलते ही टीम भेजकर जांच कराई जाएगी।
नवजात का फटा था फेफड़ा, हालत थी नाजुक
अस्पताल संचालक डॉ. अभिषेक गुप्ता का कहना है कि नवजात के एक्सरे में एक फेफड़ा फटा था, उसमें पानी भरा था। परिजन को गंभीर हालत के बारे में बताया था। उसे वेंटिलेटर पर रखा फिर भी ऑक्सीजन का स्तर नहीं सुधरा। परिजन को कहीं ओर ले जाने के लिए भी कहा था, लेकिन उन्होंने यहीं के इलाज पर भरोसा जताया। इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है।
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