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मैनपुरी। जीएसटी टीम ने करहल में दो प्रतिष्ठानोंं पर सर्वे की कार्रवाई पूरी होने के बाद प्रथम दृष्टया कर चोरी के 3.30 लाख रुपये जमा कराए हैं। प्रतिष्ठान मालिकों को अभिलेखों का सत्यापन कराने के निर्देश दिए हैं। अभिलेखों का सत्यापन करने के बाद कार्रवाई को अंतिम रूप दिया जाएगा।
जीएसटी की टीम ने शनिवार को करहल पहुंचकर अहिंसा कॉलोनी में श्री भोले ट्रेडर्स तथा सुभाष बाजार में पूनम लिवर्टी कार्नर पर सर्वे शुरू किया। टीम के सदस्यों ने दोनों प्रतिष्ठानों पर अभिलेख खंगाले। अभिलेखों के आधार पर आय व्यय का मिलान किया। देर शाम तक जीएसटी टीम की सर्वे की कार्रवाई में अभिलेखों केे आधार पर टीम ने प्रतिष्ठान मालिकों से जानकारी जुटाई। सर्वे के दौरान प्रथम दृष्टया दोनों प्रतिष्ठानों पर कर चोरी के मामले सामने आए।
जीएसटी के डिप्टी कमिश्रर अनिमेश कुमार सिंह, उमाशंकर विश्वकर्मा के नेतृत्व में जीएसटी की टीम द्वारा शनिवार की सुबह 11 बजs से सर्वे का काम शुरू किया। टीम ने दोनों प्रतिष्ठानों पर मिले अभिलेखों को कब्जे में लेकर उनका आपस में मिलान किया। अभिलेखों के आधार पर ही आय व्यय का मूल्यांकन किया। प्रतिष्ठानों पर मिले अभिलेखों के आधार पर प्रथम दृष्टया कर चोरी का मामला सामने आया।
जीएसटी की टीम ने अहिंसा कॉलोनी में श्री भोले ट्रेडर्स से कर चोरी के 1.25 लाख रुपया तथा सुभाष बाजार में पूनम लिवर्टी कार्नर से कर चोरी के 2.05 लाख रुपये जमा कराए। दोनों प्रतिष्ठान मालिकों को अभिलेखों का सत्यापन कराने के निर्देश दिए गए। टीम में असिस्टेंट कमिश्रर आशीष मिश्रा, विजय बहादुर, असिस्टेंट कमिश्रर वाणिज्य ओमप्रकाश, वाणिज्य कर अधिकारी आशीष चक, नंद किशोर वर्मा शामिल रहे।
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