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कोहरे में आती ट्रेन।
– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो
विस्तार
कोहरा और सर्दी से ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो रहा है। बुधवार को लंबी दूरी की 20 से अधिक ट्रेनें घंटों देरी से स्टेशनों पर पहुंचीं। करीब 469 यात्रियों ने टिकट रद्द कराए हैं। स्टेशनों पर भीड़ है। प्रतीक्षालय और प्लेटफाॅर्म भी भरे हैं। सर्दी में बचाव के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से यात्री ठिठुरने को विवश हैं।
आगरा के स्टेशनों से रोजाना 200 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। इसमें लंबी दूरी की ट्रेनें ज्यादा देरी से चल रही हैं। कोहरे के कारण गति भी काफी कम है। स्टेशनों पर यात्री इंतजार कर रहे हैं। यात्री जमीन पर बैठने के लिए मजबूर हैं। आगरा कैंट स्टेशन पर कमला नगर निवासी समीर लूथरा ने बताया कि चंडीगढ़ जाना है, लेकिन ट्रेनें लेट होने से सर्दी में परेशानी हो रही है। रेलवे वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि कोहरे के कारण ट्रेनें समय पर नहीं चल पा रहीं। 469 यात्रियों के टिकट रद्द कराने पर 311385 रुपये वापस किए गए हैं।
रेलवे ने निरस्त किया पूछताछ सेवा केंद्र का टेंडर
रेलवे ने पूछताछ सेवा केंद्र स्थापित करने वाली कंपनी का टेंडर निरस्त कर दिया। प्रयागराज में कंपनी के टर्नओवर कम होने और नियमों की अनदेखी की शिकायत हुई थी। रेलवे नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू कर रहा है।
स्टेशनों पर पूछताछ सेवा केंद्र खोलने और ट्रेनों की जानकारी के लिए डिस्प्ले डाटा फीडर के लिए 9.5 करोड़ रुपये का टेंडर हुआ था। यह 3 साल के लिए टेंडर था। इसको लेने वाली कंपनी का टर्नओवर कम होने और नियमों की अनदेखी की शिकायत उत्तर मध्य रेलवे जोन प्रयागराज के महाप्रबंधक से की गई थी। इसकी जांच कराने पर कंपनी का टेंडर निरस्त कर दिया है।
रेलवे वाणिज्य प्रबंधक प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि ओसाका कंपनी ने टेंडर लिया था। इसका टर्नओवर नियमानुसार डेढ़ गुना था। कंपनी को एक करोड़ रुपये जमानत राशि जमा करनी थी। नोटिस के बाद भी धनराशि जमा नहीं करने पर टेंडर निरस्त किया है।
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