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दृश्य – 3 : गुरुद्वारा गुरु का ताल, दोपहर 1:30 बजे
सर्विस रोड पर दोनों तरफ से वाहन चल रहे थे। इससे वाहनों से हादसे का खतरा बना हुआ था। ट्रैफिक लाइट चार दिन बाद भी नहीं लग सकीं। पुलिस कर्मी यातायात व्यवस्था संभाल रहे थे, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हो रहा था। सर्विस रोड और हाईवे पर वाहनों की लाइन लगी रही। गलत दिशा से वाहन निकल रहे थे।
दृश्य – 4 : सिकंदरा चौराहा, दोपहर 2:00 बजे
ओवरब्रिज की तरफ बैरियर लगाए गए थे, लेकिन इन्हें 12 घंटे बाद ही हटा लिया गया। चौराहे से बाईंपुर व थाने की तरफ वाहन गलत दिशा से निकल रहे थे। ट्रैफिक लाइट नहीं जल रही थीं। इस कारण पुलिसकर्मी ही वाहनों को रोक रहे थे। पुलिस कर्मी जहां से आटो हटाते थे, वहां कुछ देर बाद फिर से खड़े हो जा रहे थे।
विभागों के साथ समन्वय कर होगी बैठक
पुलिस आयुक्त डाॅ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए मंडलायुक्त के साथ संयुक्त बैठक की जाएगी। इसमें संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को भी बुलाया जाएगा। इसमें बेहतर ट्रैफिक संचालन को किए जाने वाले प्रयास के बारे में सुझाव लिए जाएंगे। कहां अवैध पार्किंग की समस्या है? कहां रोड इंजीनियरिंग में बदलाव किया जाना है? वाहनों का स्टॉपेज कहां होना चाहिए? रोड साइनेज, मार्किंग, डिवाइडर बनाने, रिफलेक्टर लगाने पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा।
पुलिस ने किया हेलमेट का वितरण
रामबाग चौराहे पर बुधवार को पुलिस ने वाहन चालकों को जागरूक किया। अपर पुलिस उपायुक्त यातायात अरुण चंद, सहायक पुलिस आयुक्त यातायात सैयद अरीब अहमद, सहायक पुलिस आयुक्त छत्ता आरके सिंह के नेतृत्व में बिना हेलमेट बाइक-स्कूटर चलाने वालों को रोका गया। उन्हें बताया कि हेलमेट सिर्फ चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि जान बचाने के लिए पहनें। लोगों को 15 हेलमेट का भी वितरण किया गया।
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