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कासगंज। जिले में डेंगू बीमारी जानलेवा होती जा रही, साथ ही इस बीमारी का कहर भी कम होने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को एक छात्रा सहित तीन लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई। जिले में डेंगू से मरने वालों की संख्या 46 हो गई। जबकि जांच में एक युवक डेंगू से संक्रमित मिला। इस तरह से मरीजों की संख्या 184 हो चुकी है। गंजडुुंडवारा के रसूलपुर अरोडा गांव निवासी छात्रा प्रवीना (20) पुत्री सत्यपाल को बीते तीन दिनों से बुखार आ रहा था। परिवार के लोग छात्रा को बदायूं जिले के उझियानी स्थित ननिहाल में डाक्टरों को दिखाया गया। जहां जांच के बाद डाक्टरों ने डेंगू होने की पुष्टि की। लेकिन उपचार के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। इसी गांव के निवासी चंद्रभान (73) को चार दिन पहले बुखार आया। परिजन निजी चिकित्सक के पास ले गए। जांच में चिकित्सकों ने डेंगू बताया। इलाज के बाद भी उसकी जान नहीं बच सकी। उसने उपचार के दौरान दम तोड दिया। गांव कें डेंगू से दो लोगों की मौत हो जाने से ग्रामीणों में दहशत है।
अमांपुर के ग्राम कमालपुर में अफजाल (30) पुत्र कदीर अहमद को 10 दिन से बुखार आ रहा था। परिजन उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए। जांच में डेंगू निकला। उसे परिजन कासगंज लाए। चिकित्सक ने हालत गंभीर देखते हुए अलीगढ़ रेफर कर दिया। अलीगढ में भी जब उसकी हालत नहीं सुधरी तो उसे दिल्ली रेफर कर दिया। परिजन जब उसे दिल्ली लेकर जा रहे थे तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। इस गांव में बुखार का काफी प्रकोप है। गांव की साहिमा, राविया, बसीमा, रुकसार, उमेद बुखार की चपेट में हैं। ये सभी जिला अस्पताल पर पहुंचे। इन सभी की रक्त की जांच की गई। जांच रिपोर्ट नहीं मिल सकी। मोहल्ला जय जयराम निवासी शिवा दुवे (20) अखलेश को बुखार की शिकायत पर परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जांच में उसके डेंगू की पुष्टि हुई।
अकेली संतान थी प्रवीना
कासगंज। गंजडुंडवारा के रसूलपुर अरोरा मेे डेंगू से मृत छात्रा प्रवीन अपने परिवार की अकेली संतान थी। वह गंजडुंडवारा महाविद्यालय में बीएससी की छात्रा थी। अकेली संतान की डेंगू से मौत हो जाने से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
कासगंज। अमांपुर के कमालपुर निवासी मृतक अफजाल के तीन बच्चे हैं। जिसमें पुत्र अरहम (7), पुत्री आयजा (4) हानिया (1) साल की है। वह मजदूरी करके परिवार का पालन करता था। उसकी पत्नी जेबा के सामने बच्चों के पालन पोषण की चिंता है।
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