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कासगंज। सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ में बहकर जिले का एक सैनिक भी लापता हो गया। उसके परिजन को सिक्किम बुलाया गया है। ताकि बरामद शवों के डीएनए से मिलान कर उसकी शिनाख्त की जा सके। सलेमपुर पीरोंदा निवासी रास बिहारी गुरहार पुत्र स्व. रामवीर सिंह की वर्ष 2004 में सेना में नियुक्ति हुई। वह अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ दिल्ली आर्मी क्वार्टर में रहते थे।करीब 6 महीने पहले सिक्किम में उसकी पोस्टिंग हुई। जिससे वह सिक्किम में तैनात थे। चार दिन पूर्व बादल फटने के बाद जो सैनिक बहे उनमें उनका नाम भी शामिल था। 23 सैनिकों में से 22 के शव बरामद हो गए है। रासविहारी गुरहार को अभी लापता माना जा रहा है। इस सूचना के बाद उनके भाई नरेंद्र सिंह, उनकी पत्नी, भाई रामेंद्र सिंह व उनकी पत्नी, रास विहारी की पत्नी व साढू सिक्किम के लिए रवाना हो गए हैं। भाई केदार सिंह व सुखेंद्र सिंह ने बताया कि उसके दो भाई व अन्य परिजन सिक्किम गए हैं। अभी रास विहारी का पता नहीं लगा है।
परिवार में सबसे छोटा है रासविहारी
कासगंज। रास विहारी के छह भाई हैं, जिसमें पांच भाई ग्राम सलेमपुर पीरोंदा में रहते है। जबकि रासविहारी सेना में होने के कारण अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ दिल्ली में सेना के क्वार्टर में रह रहा था।
संपर्क न होे पाने से चिंतित हैं परिजन
कासगंज। मंगलवार को जैसे ही सिक्किम में बादल फटने की घटना की जानकारी परिवार के लोगों को मिली तो परिजन चिंतित हो गए। पत्नी ने संपर्क किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। जिससे अनहोनी की आशंका और भी बढ़ रही है।पत्नी लगातार उनकी जानकारी ले रही है।
मिट गई परिजनों की भूख प्यास
परिजनों की भूख प्यास मिट गई है। परिवार में लोग इतने परेशान है कि भी सेना मुख्यालय से भी संपर्क में जुटे हुए हैं। इधर सैनिक की पत्नी हर पल गांव में अपने पति के बड़े भाइयों को फोन कर जानकारी ले रही है और वह बेहद परेशान है।
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