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ताजमहल के आसपास कई निर्माण
– फोटो : अमर उजाला
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ताज के साये में अवैध निर्माण हुए। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने एफआईआर कराई। महानिदेशक ने जिलाधिकारी को ध्वस्तीकरण कार्रवाई के लिए 470 निर्माणों की सूची भेजी। एक भी निर्माण ध्वस्त नहीं हो सका। प्रतिबंधित परिधि में हुए 470 अवैध निर्माणों के विरुद्ध प्रशासन कार्रवाई करना ही भूल गया।
ताजमहल की 500 मीटर परिधि में निर्माण पर रोक है। 100 से 300 मीटर परिधि में 2016 से 2023 तक 900 से अधिक निर्माणों के विरुद्ध नोटिस जारी है। ताजगंज थाने में केस दर्ज हुए लेकिन, अवैध निर्माण नहीं हटे। विश्वदाय स्मारक की खूबसूरती में दाग लगा रहे इन अवैध निर्माणों पर पुलिस, प्रशासन के अफसर मेहरबान हैं।
एएसआई अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि 470 से अधिक निर्माण ध्वस्त करने के लिए महानिदेशक ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा था। एक साल बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। हमारा काम अवैध निर्माण चिह्नित करना, नोटिस व एफआईआर कराना है। प्रशासन को ध्वस्तीकरण कराना है।
ताजमहल की 500 मीटर परिधि में 2500 से अधिक निर्माण हैं। जिनमें बड़े पैमाने पर व्यावसायिक गतिविधियां चल रही हैं। विकास प्राधिकरण भी निर्माणों को लेकर कार्रवाई नहीं करता। एडीएम सिटी अनूप कुमार का कहना है कि स्मारकों के आसपास हुए अवैध निर्माणों की फाइल दिखवाई जा रही है। कानून व्यवस्था के संबंध में मजिस्ट्रेट उपलब्ध करा सकते हैं। अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण का अधिकार आगरा विकास प्राधिकरण के पास है। वहीं, इस संबंध में एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ का कहना है कि इस संबंध में कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।
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