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अवारा कुत्ते
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा शहर से लेकर देहात तक कुत्तों और बंदरों का खौफ बढ़ता जा रहा है। जगनेर के नगला बेहड़ा में खेत से घर लौट रही 8 साल की बच्ची को घर से कुछ ही दूरी पर तीन खूंखार कुत्तों ने घेरकर नोंच डाला। कुत्तों ने बच्ची के हाथ, मुंह और शरीर पर कई जगह काटा। चीखपुकार सुनकर आसपास के लोगों ने बच्ची को कुत्तों के चंगुल से छुड़ाया। उसे मंगलवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
खेरागढ़ तहसील के गांव नगला बेहड़ा से मंगलवार सुबह परिजन बुरी तरह घायल बच्ची को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। वंदना के पिता महेश कुमार किसान हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची अपनी छह साल छोटी बहन के साथ सोमवार की सुबह खेत से खाना देकर घर लौट रही थी। गांव में घर के पास ही तीन खूंखार कुत्तों ने उन्हें घेर लिया।
छोटी बच्ची तो किसी तरह भाग निकली मगर वंदना को कुत्तों ने जमीन पर गिरा लिया। इसके बाद उसके पैरों और हाथों को बुरी तरह काट लिया। बच्ची का एक हाथ बुरी तरह घायल कर दिया। चीखपुकार होने पर आसपास के ग्रामीणों ने कुत्तों को भगाकर बच्ची को बचाया।
पिता ने बताया कि बच्ची को स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे तो वहां गांधी जयंती होने के कारण स्टाफ ही नहीं था। प्राथमिक उपचार तक नहीं मिल सका। मंगलवार की सुबह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद यहां भर्ती करके उपचार किया जा रहा है। जिला अस्पताल की प्रमुख अधीक्षिका डॉ. अनीता शर्मा ने बताया कि कुत्तों ने बच्ची के हाथ-पैरों में बुरी तरह काटा है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। जिला अस्पताल में रोजाना 400 से 500 मरीजों को एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने आते हैं। सितंबर में साढ़े तीन हजार मरीजों को एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
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