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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Sat, 23 Sep 2023 12:29 AM IST
कासगंज। मुख्य विकास अधिकारी सचिन ने विकास भवन स्थित सभागार में पीएम प्रणाम योजना की समीक्षा बैठक की। जिसमें कृषि एवं संबद्ध विभाग उर्वरक विक्रेता एवं उर्वरक आपूर्तिकर्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिला कृषि अधिकारी डॉ. अवधेश मिश्र ने पीएम प्रणाम योजना की जानकारी विस्तार से दी। जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि जनपद में उर्वरकों का प्रयोग वैज्ञानिकों की संस्तुति के आधार पर 4:2:1 के अनुपात में नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश का प्रयोग किया जाना चाहिए। जिससे मुख्य पोषक तत्व फसलों को संतुलित रूप में मिल सकें। उन्होंने कहा कि जनपद में 47756 मीट्रिक टन यूरिया, डीएपी 14842 मीट्रिक टन उपलब्ध है। उर्वरकों की कोई कमी हीं है। पीएम प्रणाम योजना के अंतर्गत प्रचार प्रसार एवं कृषक गोष्ठी व मेलों के माध्यम से कृषकों में जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं उर्वरकों के वैकल्पिक स्रोतों, नैनो यूरिया, सल्फर कोटेड यूरिया, नैनो डीएपी, एनपीके, एसएसपी, फास्फोरस रिच ऑर्गेनिक मेंन्योर, कार्बनिक खाद, जैव उर्वरक, वर्मी कंपोस्ट जीवामृत घनामृत आदि के प्रयोग के लाभ बताए जा रहे हैं। योजना में जैविक एवं प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जाना। उप कृषि निदेशक महेंद्र सिंह ने कहा कि कृषक अधिक उत्पादन के लालच में अत्यधिक रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशी रसायनों का प्रयोग कर रहे हैं। जिससे भूमि जल एवं वायु का प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। योजना के लक्ष्य के अनुरूप यूरिया एवं डीएपी का प्रयोग घटना है। मुख्य विकास अधिकरी सचिन ने कहा कि उर्वरक बिक्रेता निर्धारित रेट पर ही किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराएं। कहीं से भी कालाबाजारी की शिकायत न आए।
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