[ad_1]
ख़बर सुनें
मैनपुरी। जिले में बुखार ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ दिखने लगी है। जिला अस्पताल पहुंची बुखार से पीड़ित नौ साल की बच्ची की मौत हो गई। चार मरीजों को मेडिकल कॉलेज सैफई भेजा गया। अस्पताल पहुंचे मरीजों में दो सौ से अधिक बुखार से पीड़ित थे।
शनिवार को सुबह से जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ रही। ओपीडी में 1022 मरीजों को प्राथमिक उपचार दिया गया। यहां फिजीशियन और बाल रोग विशेषज्ञ के कक्ष में सर्वाधिक मरीज पहुंचे। बेवर थाना क्षेत्र के गांव हीरापुर निवासी रंजीत सिंह की नौ साल की बेटी प्रांसी को बुखार आ रहा था परिजन शनिवार को अस्पताल लाए यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिय। वहीं 11 मरीजों को भर्ती कराया गया।
——
रखें ख्याल
– पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
– मोस्कीटो क्वाइल, मेट का प्रयोग करें
– दिन में मच्छरदानी का प्रयोग करें
-खिड़की-दरवाजों पर जाली लगवाएं
– बेकार पड़े बर्तनों में पानी जमा न होने दें
—
लक्षण
-अचानक तेज बुखार
-आखों व सिर में दर्द
-जी मिचलाना, उल्टी
-भूख न लगना, पेट दर्द
-त्वचा पर लाल चकत्ते
जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर उपचार दिलाया जा रहा है। बालिका को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था।
-डॉ. मदनलाल, सीएमएस
मैनपुरी। जिले में बुखार ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ दिखने लगी है। जिला अस्पताल पहुंची बुखार से पीड़ित नौ साल की बच्ची की मौत हो गई। चार मरीजों को मेडिकल कॉलेज सैफई भेजा गया। अस्पताल पहुंचे मरीजों में दो सौ से अधिक बुखार से पीड़ित थे।
शनिवार को सुबह से जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ रही। ओपीडी में 1022 मरीजों को प्राथमिक उपचार दिया गया। यहां फिजीशियन और बाल रोग विशेषज्ञ के कक्ष में सर्वाधिक मरीज पहुंचे। बेवर थाना क्षेत्र के गांव हीरापुर निवासी रंजीत सिंह की नौ साल की बेटी प्रांसी को बुखार आ रहा था परिजन शनिवार को अस्पताल लाए यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिय। वहीं 11 मरीजों को भर्ती कराया गया।
——
रखें ख्याल
– पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
– मोस्कीटो क्वाइल, मेट का प्रयोग करें
– दिन में मच्छरदानी का प्रयोग करें
-खिड़की-दरवाजों पर जाली लगवाएं
– बेकार पड़े बर्तनों में पानी जमा न होने दें
—
लक्षण
-अचानक तेज बुखार
-आखों व सिर में दर्द
-जी मिचलाना, उल्टी
-भूख न लगना, पेट दर्द
-त्वचा पर लाल चकत्ते
जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर उपचार दिलाया जा रहा है। बालिका को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था।
-डॉ. मदनलाल, सीएमएस
[ad_2]
Source link