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कासगंज में कासगंज पुलिस व एसओजी टीम द्वारा पकड़े गए टप्पेबाज।
– फोटो : KASGANJ
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कासगंज। पुलिस ने आठ टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है। टप्पेबाज गंतव्य तक पहुंचाने की कहकर सवारियों को कार में बैठाते थे। पुलिस चेकिंग का भय दिखाकर उनसे नकदी और जेवर लूट लेते थे। आरोपियों के पास से तमंचे, कारतूस, डायजापाम, नकदी और मोबाइल के साथ-साथ दो कारें भी बरामद की गई हैं।
पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गश्त कर रही थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की अमांपुर रोड पर मंडी के पास टप्पेबाजों का एक गिरोह किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इस पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंच गई। इस दौरान पुलिस को मंडी के पास खाली पड़ी जमीन पर दो कारें और कुछ लोग खड़े दिखाई दिए। पुलिस उन लोगों के पास पहुंची तो ये सभी लोग मैदान में भागने लगे। पुलिस टीम ने सभी आठ लोगों को दबोच लिया। इन लोगों के नाम नूरहसन, नौशाद, आकिर अली निवासी गांव दिखतोली, शिकोहाबाद, फीरोजाबाद, सतेंद्र सिंह निवासी गांव कुतबपुर, जसराना, फिरोजाबाद, मोहम्मद जावेद निवासी समघन गुरसराय कन्नौज, अशोक यादव निवासी गांव सराय खानदेल, प्रतापगढ़, जयप्रकाश पांडेय निवासी धरौली मुफरीद, कौडंहौर, प्रतापगढ़, सुनील कुमार तिवारी निवासी कासिमपुर, सुल्तानपुर बताया। तलाशी लेने पर आरोपियों के पास से दो तमंचे, चार कारतूस, 2 किलो 480 ग्राम डायजापाम, 13500 रुपये नकद, छह मोबाइल और लिफाफे बरामद किए गए। मौके पर खड़ी दो कारों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह सवारियों को गंतव्य तक पहुंचाने की कहकर उन्हें अपनी कार में बैठा लेते हैं और उसके बाद चेकिंग आदि का भय दिखाकर एक लिफाफे में उनकी नकदी और जेवर आदि रखवा लेते हैं। इसके बाद मौके देखकर लिफाफा बदल देते हैं। इस तरह वह टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। डायजापाम पाउडर की अवैध बिक्री भी करते हैं। पुलिस ने सभी आठ आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की है।
प्रदेश के विभिन्न जनपदों में करते हैं टप्पेबाजी
कासगंज। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह जनपद सहित, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, इटावा, एटा, फीरोजाबाद, हाथरस, मैनपुरी, मथुरा, बदायूं, अलीगढ़ सहित जनपदों में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
छह और 16 नंवबर को भी दिया था वारदत को अंजाम
कासगंज। टप्पेबाजों ने छह और 16 नवंबर को भी टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकारी है। उन्होंने बताया कि नूरहसन, नौशाद, आकिर अली और जावेद आदि ने छह नवंबर को बस स्टैंड के पास टप्पेबाजी की एक घटना को अंजाम दिया था। इस दौरान महिला से जेवर उतवाकर उन्हें 60000 रुपये में बेच दिया था। 16 नवंबर को भी सतेंद्र, अशोक, जयप्रकाश ने एक टप्पेबाजी की घटना में महिला से जेवर उतवा लिए थे। जिसे 50000 रुपये में बेचा था। इन्हीं रुपयों में से कुछ रुपये बचे थे। जो पुलिस ने बरामद किए हैं। टप्पेबाजों ने बताया कि वह महिला और बुजुर्ग उनके लिए साफ्ट टार्गेट हैं।
लिफाफे में भर देते थे कागज और मिट्टी
कासगंज। टप्पेबाज सवारियों के रुपयों और जेवर से भरे लिफाफे कागज की गड्डी और मिट्टी भरे लिफाफों से बदल देते थे और सवारियों को इन्हें बाद में खोलने के लिए कहते थे। घटना को अंजाम देने के लिए यह अपने गिरोह में महिलाओं को भी शामिल करते थे। महिला सवारी को सहजता से कार में बैठाया जा सके और किसी को शक न हो।
कासगंज। पुलिस ने आठ टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है। टप्पेबाज गंतव्य तक पहुंचाने की कहकर सवारियों को कार में बैठाते थे। पुलिस चेकिंग का भय दिखाकर उनसे नकदी और जेवर लूट लेते थे। आरोपियों के पास से तमंचे, कारतूस, डायजापाम, नकदी और मोबाइल के साथ-साथ दो कारें भी बरामद की गई हैं।
पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गश्त कर रही थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की अमांपुर रोड पर मंडी के पास टप्पेबाजों का एक गिरोह किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इस पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंच गई। इस दौरान पुलिस को मंडी के पास खाली पड़ी जमीन पर दो कारें और कुछ लोग खड़े दिखाई दिए। पुलिस उन लोगों के पास पहुंची तो ये सभी लोग मैदान में भागने लगे। पुलिस टीम ने सभी आठ लोगों को दबोच लिया। इन लोगों के नाम नूरहसन, नौशाद, आकिर अली निवासी गांव दिखतोली, शिकोहाबाद, फीरोजाबाद, सतेंद्र सिंह निवासी गांव कुतबपुर, जसराना, फिरोजाबाद, मोहम्मद जावेद निवासी समघन गुरसराय कन्नौज, अशोक यादव निवासी गांव सराय खानदेल, प्रतापगढ़, जयप्रकाश पांडेय निवासी धरौली मुफरीद, कौडंहौर, प्रतापगढ़, सुनील कुमार तिवारी निवासी कासिमपुर, सुल्तानपुर बताया। तलाशी लेने पर आरोपियों के पास से दो तमंचे, चार कारतूस, 2 किलो 480 ग्राम डायजापाम, 13500 रुपये नकद, छह मोबाइल और लिफाफे बरामद किए गए। मौके पर खड़ी दो कारों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह सवारियों को गंतव्य तक पहुंचाने की कहकर उन्हें अपनी कार में बैठा लेते हैं और उसके बाद चेकिंग आदि का भय दिखाकर एक लिफाफे में उनकी नकदी और जेवर आदि रखवा लेते हैं। इसके बाद मौके देखकर लिफाफा बदल देते हैं। इस तरह वह टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। डायजापाम पाउडर की अवैध बिक्री भी करते हैं। पुलिस ने सभी आठ आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई की है।
प्रदेश के विभिन्न जनपदों में करते हैं टप्पेबाजी
कासगंज। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह जनपद सहित, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, इटावा, एटा, फीरोजाबाद, हाथरस, मैनपुरी, मथुरा, बदायूं, अलीगढ़ सहित जनपदों में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
छह और 16 नंवबर को भी दिया था वारदत को अंजाम
कासगंज। टप्पेबाजों ने छह और 16 नवंबर को भी टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकारी है। उन्होंने बताया कि नूरहसन, नौशाद, आकिर अली और जावेद आदि ने छह नवंबर को बस स्टैंड के पास टप्पेबाजी की एक घटना को अंजाम दिया था। इस दौरान महिला से जेवर उतवाकर उन्हें 60000 रुपये में बेच दिया था। 16 नवंबर को भी सतेंद्र, अशोक, जयप्रकाश ने एक टप्पेबाजी की घटना में महिला से जेवर उतवा लिए थे। जिसे 50000 रुपये में बेचा था। इन्हीं रुपयों में से कुछ रुपये बचे थे। जो पुलिस ने बरामद किए हैं। टप्पेबाजों ने बताया कि वह महिला और बुजुर्ग उनके लिए साफ्ट टार्गेट हैं।
लिफाफे में भर देते थे कागज और मिट्टी
कासगंज। टप्पेबाज सवारियों के रुपयों और जेवर से भरे लिफाफे कागज की गड्डी और मिट्टी भरे लिफाफों से बदल देते थे और सवारियों को इन्हें बाद में खोलने के लिए कहते थे। घटना को अंजाम देने के लिए यह अपने गिरोह में महिलाओं को भी शामिल करते थे। महिला सवारी को सहजता से कार में बैठाया जा सके और किसी को शक न हो।
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