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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा जिले के 113 गांव सहित मंडल में 299 गांव स्वच्छता के मॉडल बनेंगे। ये गांव कचरा मुक्त होंगे। ग्रामीण गीले व सूखे कचरे में अंतर समझेंगे। डस्टबिन की तरह प्लास्टिक बैंक लगाए जाएंगे। कूड़े से खाद बनेगी। इस तरह गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाकर मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। ये कहना है स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के निदेशक अनुज कुमार झा का। बुधवार को उन्होंने सूरसदन में आगरा मंडल के जिलों की समीक्षा की।
डीएम और सीडीओ को दिए निर्देश
स्वच्छ भारत मिशन का ग्रामीण क्षेत्रों में दूसरा चरण चल रहा है। इसमें गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाने की परिकल्पना है। निदेशक ने आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के प्रधानों से रायशुमारी की। दूसरे चरण में बनाए जा रहे कूड़ा प्रबंधन केंद्रों व अन्य भौतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के निर्देश दिए। प्रधानों ने बताया कि आरसीसी केंद्र खोलने के लिए राजस्व विभाग भूमि उपलब्ध नहीं करा सका है। निदेशक ने इस संबंध में डीएम और सीडीओ को निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि कूड़ा-कचरा प्रबंधन के बाद ही पंचायतें स्वच्छ कर वसूल सकेंगी। जिससे उनकी आय बढ़ेगी। इस दौरान आगरा सीडीओ ए मनिकंडन, मथुरा सीडीओ मनीष मीना, फिरोजाबाद की सीडीओ दीक्षा जैन, मिशन के नोडल अधिकारी एसएन सिंह, उप निदेशक पंचायत योगेंद्र कटियार, डीपीआरओ नीतेश भोंडेले आदि मौजूद रहे।
ये हैं जिलेवार लक्ष्य
- आगरा: 113 गांव
- मथुरा: 73 गांव
- फिरोजाबाद: 60 गांव
- मैनपुरी: 53 गांव
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