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स्वर्ण रजत हिंडोले में विराजे कृष्ण और बलराम
– फोटो : अमर उजाला
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जब देश अपनी आजादी का जश्न मना रहा था, तब ठाकुर बांकेबिहारी ने भी पहली बार स्वर्ण हिंडोले में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए थे। सोने, चांदी से जड़ित इस हिंडोले में पहली बार हरियाली तीज पर्व पर 15 अगस्त 1947 को बांकेबिहारी मंदिर में प्रभु स्वर्ण हिंडोले में विराजमान हुए, तभी से हरियाली तीज पर निरंतर जन-जन के आराध्य स्वर्ण हिंडोले में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं।
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