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एथलीट मैड उर्फ प्रदीप कुमार
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के दयालबाग स्थित इंद्रा कॉलोनी के रहने वाले कैलीस्थेनिक्स एथलीट प्रदीप कुमार डंबल्स के ऊपर 2 मिनट 10 सेकंड तक हथेली के दम पर खड़े रहे। उनके इस कारनामे को ‘लॉन्गेंस्ट टाइम टू बैलेंस हैंड स्डैंड पोजीशन ऑन डंबल्स’ के विश्व रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है। मैड के नाम से प्रख्यात प्रदीप ने राजेश चलवाल का 1 मिनेट 31 सेकंड का रिकॉर्ड तोड़ा है।
प्रदीप के पिता एक जूता कारीगर हैं
प्रदीप ने बताया कि उनके पिता मुन्नालाल एक जूता कारीगर हैं। मैने बच्चों को डांस सिखाकर पैसे जुटाए और मुंबई पहुंचा। मुंबई में मेरा बैग और मोबाइल चोरी हो गए। मैंने आगरा लौटने के लिए वेटर का काम किया। वापस लौटने के लिए ट्रेन में बैठा तो आंखों में आंसू आ गए। आंसुओं को पोंछने के साथ ही मैंने उस दिन यह फैसला कर लिया था कि कुछ करके दिखाना है। बस यहीं से मेरे जुनून की शुरुआत हुई, जिसने इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड पर जाकर विराम लिया है। अभी मुझे और दूर जाना है।
एक हाथ पर नृत्य करने में हैं माहिर
बीएससी कर चुके 24 साल के प्रदीप नृत्य में भी काफी माहिर है। एक हाथ की हथेली पर नृत्य करने में उन्हें महारथ हासिल है। अपने नृत्य के दम पर प्रदीप कुमार इंडिया हिपहॉप चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता बने। पिता मुन्नालाल और मां कमलेश ने बताया कि बेटे में दीवानगी है कुछ कर गुजरने की। मुकाम हासिल कर लिया, तो अब नई जिद है। कहता है अब अपना ही रिकॉर्ड तोड़ना है।
कौन होते हैं कैलीस्थेनिक्स एथलीट
जिला बास्केटबॉल संघ के संयुक्त सचिव रीनेश मित्तल बताते हैं कि कैलीस्थेनिक्स शब्द ग्रीक शब्द कल्लोस से पैदा हुआ है। इसका अर्थ होता है सौंदर्य और ताकत। कैलीस्थेनिक्स वर्कआउट है जो व्यायाम करने के लिए बॉडीवेट का उपयोग करता है।
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