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Whatsapp fraud call
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में एस्कॉर्ट सर्विस और स्पा के नाम पर ठगी करने वाला हेलो गैंग युवतियों को मोहरा बनाकर वारदात करता था। थाना हरीपर्वत पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है। पहले युवतियों से बात कराई जाती थी, बाद में गैंग के लोग खुद ठगी करते थे। पुलिस ने एक आरोपी दिग्विजय सिंह परिहार का दुष्कर्म के मुकदमे में भी रिमांड बनवाया है।
थाना हरीपर्वत पुलिस ने एस्कॉर्ट सर्विस और स्पा के नाम पर ठगी करने वाला हेलो गैंग पकड़ा था। पिनाहट के पूर्व चेयरमैन सहित तीन को जेल भेजा गया। पुलिस ने पिनाहट के पड़ुआपुरा निवासी दिग्विजय सिंह, गब्बर उर्फ राम सिंह और मनोज कुमार को जेल भेजा है। दिग्विजय सिंह पर एक युवती से दुष्कर्म का भी आरोप है। पुलिस की विवेचना में पता चला कि एत्माद्दौला क्षेत्र की एक युवती को नौकरी पर रखा गया था। दिग्विजय ने बताया था कि उनकी कंपनी डेटिंग एप चलाती है। वह लोगों को सर्विस देते हैं। तुम्हें सिर्फ बात करनी है। बाकी काम हम करेंगे। काम के बहाने उसे देहली गेट स्थित होटल में ले गया। बेहोश कर दुष्कर्म किया। वीडियो बना लिया। इसके बाद शोषण करने लगा।
वीडियो वायरल करने की धमकी दी। एक साल से शोषण कर रहा था। जगह-जगह बुलाता था। हर बार कहता था कि अब नहीं बुलाएगा। वीडियो और फोटो डिलीट कर देगा। युवती ने हिम्मत की। तब पुलिस कार्रवाई हो सकी। पीड़ित ने कई और युवतियों को इसी तरह झांसे में लेने के भी आरोप लगाए हैं। प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार ने बताया कि हेलो गैंग युवतियों को नौकरी पर रखता था। इसके बाद लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाता था। एक आरोपी दिग्विजय का दुष्कर्म के मुकदमे में भी रिमांड बनवाया गया है।
ऑनलाइन ट्रांसफर कराते हैं रकम
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि जो लोग कॉल करते थे, उनसे लड़कियां बात तो कर लेती थी। मगर, बाद में गैंग के सदस्य लोगों को ब्लैकमेल करते थे। उनसे ऑनलाइन खातों में रकम जमा करा ली जाती थी। लड़कियों से बात करने का आरोप होने की वजह से लोगों ने शिकायत नहीं की।
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