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रोडवेज ड्राइवर
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के एटा में रोडवेज बस में सुरक्षित सफर कराने और यात्रियों की जिंदगी की परवाह करना चालक और परिचालक के जिम्मे होता है। अगर चालक ही शराब के नशे में होगा तो यात्रियों का सुरक्षित होना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसे लेकर शराब पीने वाले रोडवेज चालक-परिचालकों की निगरानी मजबूत की जा रही है। ऐसे कर्मचारियों का फीडबैक यात्रियों से लिया जाएगा।
एटा डिपो की अनुबंधित बस पर संचालित संविदा परिचालक शिव कुमार की सेवाएं मंगलवार को नशे में पाए जाने पर समाप्त की गई हैं। इसके बाद डिपो में तैनात समस्त चालक परिचालकों की निगरानी जारी कर दी गई है। प्रत्येक बस में डिपो के एआरएम और स्टेशन प्रभारी का मोबाइल नंबर अंकित कराया जा रहा है। ताकि कर्मचारियों के नशे की हालत में होने पर यात्री संबंधित नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकें।
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इसके साथ ही अगर किसी कारण से नंबर नहीं लगता है तो टोल फ्री नंबर 9415049606 पर कॉल अथवा मैसेज करके भी बताया जा सकता है। शिकायत के दौरान बस का नंबर और समय देना होगा। इसके बाद चालक-परिचालक का टेस्ट कराया जाएगा। एआरएम राजेश यादव ने बताया कि डयूटी के दौरान चालक या परिचालक का नशे में होना बहुत ही गंभीर मामला है। शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। यात्री बस में अंकित नंबरों अथवा टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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