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साइबर क्राइम सेल ने 15 लाख लोगों के साथ ठगी होने से बचाने की जानकारी देते अधिकारी
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
सोशल मीडिया पर साइबर अपराधियों ने ठगी का जाल फैला रखा है। ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग एप संचालित कर ठगी की जा रही है। गेम में पॉइंट बनाने और इनाम जीतने का झांसा देकर धोखाधड़ी की जा रही है। अधिकृत एप और वेबसाइट पर रकम मिलने की उम्मीद ज्यादा होती है, लेकिन अवैध एप और साइट पर एक बार रकम जाने के बाद वापस मिलना मुश्किल होता है।
इसमें खतरा ही खतरा रहता है। बच्चों से लेकर बड़े तक गेम की दुनिया में अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं। क्रिकेट, फुटबाल ही नहीं, लूडो, रेसिंग, फाइट से संबंधित कई गेम ऑनलाइन खेले जा रहे हैं। इन पर रिवार्ड और इनाम की चाहत लुटवा देती है।
अधिकृत कंपनी के एप और साइट के विज्ञापन आते हैं। इन पर टैक्स भी लगता है। इनकी आड़ में अवैध तरीके से कई एप विदेशी सर्वर पर संचालित होकर ठगी कर रहे हैं। एक बार खेलने पर रकम दे दी जाती है। जब लत पड़ जाती है तो जीत नहीं होती।
जामताड़ा और मेवात के गैंग
केवल एप ही नहीं लोगों से अलग-अलग तरीके से साइबर अपराधी ठगी कर रहे हैं। झारखंड के जामताड़ा और हरियाणा के मेवात में सक्रिय साइबर ठग लोगों को कभी कॉल करते हैं तो कभी मैसेज भेजकर ठगी का शिकार बनाते हैं। बैंक अधिकारी, पेंशन बाबू, कंपनी अधिकारी, ग्राहक सेवा प्रतिनिधि, बनकर ठगी करते हैं। पुलिस केस दर्ज कर लेती हैं लेकिन अपराधी नहीं पकड़े जाते हैं।
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