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सचिन का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में कोल्ड स्टोरेज संचालक सुरेश सिंह चौहान के बेटे सचिन चौहान की हत्या को दो साल बीत चुके हैं। दो मुख्य आरोपी जेल से जमानत पर बाहर हैं। पीड़ित परिजन का आरोप है कि पुलिस को अभी तक विधि विज्ञान प्रयोगशाला से व्हाट्सएप कालिंग की रिपोर्ट नहीं मिल सकी है, जबकि यह महत्वर्पूण साक्ष्य हैं।
जयराम बाग, दयालबाग निवासी सुरेश सिंह चौहान के 24 साल के बेटे सचिन की 21 जून 2021 को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। शव को पीपीई किट में बल्केश्वर घाट पर जला दिया गया था। पुलिस ने कई दिन बाद हत्याकांड का खुलाया किया था। आरोपी सुमित आसवानी, हर्ष चौहान, मनोज बंसल और हैप्पी खन्ना को जेल भेजा था। हत्या दो करोड़ की फिरौती के लिए की गई थी।
पुलिस ने खुलासा किया था कि सचिन को व्हाट्सएप कॉल करके घर से बुलाया गया था। हत्या करने के बाद शव को पीपीई किट में जला दिया गया था। यमुना में अस्थियां भी बहा दी थीं। पीपीई किट कोरोना संक्रमित व्यक्ति दर्शाने के लिए पहनाई गई थी। सचिन के मोबाइल को कानपुर में फेंका गया था।
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