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मैनपुरी में अखिलेश का स्वागत करते लोग
– फोटो : अमर उजाला
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श्रीरामचरित मानस की चौपाई को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार की देर शाम करहल पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वह सदन में सीएम योगी से पूछेंगे कि वे शूद्र हैं या नहीं। कहा कि वे या सपा श्रीराम और श्रीरामचरित मानस के खिलाफ नहीं है। लेकिन, मानस में जो लिखा है उसे नकारा नहीं जा सकता है।
निजी उद्योगपति को लाभ पहुंचा रही सरकार
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा एसबीआई और एलआईसी का पैसा एक निजी उद्योगपति को लाभ पहुंचाने के लिए प्राइवेट सेक्टर में लगा रही है। अगर वह उद्योगपति डूब गया तो जनता का क्या होगा। राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदले जाने को लेकर भी उन्होंने भाजपा को घेरा। कहा कि भाजपा अगर कल हमें और तुम्हें भी अमृत नाम दे तो कोई हैरानी की बात नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल दूसरों के कामों को अपना बनाती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के गांव बटेश्वर में भाजपा ने कुछ नहीं किया, लेकिन सपा सरकार में बने लोक भवन में उनकी प्रतिमा जरूर लगा दी।
हर मोबाइल में डॉक्यूमेंट्री है, किस-किस को सरकार प्रतिबंधित करेगी
एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर संदेह नहीं है, लेकिन चुनाव के समय ये डॉक्यूमेंट्री लाना सही नहीं है। वहीं डॉक्यूमेंट्री प्रतिबंधित करने को लेकर उन्होंने सरकार पर भी चुटकी ली। कहा कि अब हर मोबाइल में डॉक्यूमेंट्री है, किस-किस को सरकार प्रतिबंधित करेगी। उन्होंने कहा कि अब यूपी में भाजपा हार रही रही है, इसलिए परेशान हो रही है। इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य मौजूद रहे।
आराध्या को जन्मदिन पर दिया उपहार
रविवार को सपा प्रमुख और करहल से विधायक अखिलेश यादव कस्बे के गांधीनगर निवासी धर्मपाल सिंह की चार साल की बेटी आराध्या के जन्मदिन के समारोह में पहुंचे थे। मैनपुरी लोकसभा सीट पर उप चुनाव के दौरान आराध्या का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह अखिलेश यादव से मिलने के लिए फूट-फूटकर रो रही थी। इसके बाद अगले ही दिन अखिलेश यादव उससे मिलने पहुंचे थे। तभी उन्होंने आराध्या के जन्मदिन पर आने का वादा किया था। रविवार को आराध्या का जन्मदिन था तो अखिलेश ने समारोह में पहुंचकर उसे उपहार दिया।
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