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– फोटो : istock
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श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्थित ठाकुर केशवराय मंदिर के श्रीविग्रहों को कथित तौर पर आगरा की बेगम साहिबा मस्जिद की सीढ़ियों में दबाने संबंधी वाद में बृहस्पतिवार को निर्णय नहीं हो सका। वादी पक्ष ने मस्जिद के अमीन रिपोर्ट की मांग की थी। सुनवाई के दौरान ईदगाह की इंतजामिया कमेटी ने प्रार्थना पत्र देकर कहा कि इस मामले में उन्हें प्रतिवादी बनाया जाए। इस पर गौर करते हुए अदालत ने अगली सुनवाई के लिए छह जुलाई की तारीख दे दी। सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत को बृहस्पतिवार को अधिवक्ता महेन्द्र प्रताप सिंह के इस वाद में अमीन रिपोर्ट संबंधी निर्णय देना था।
ये किया गया दावा
पक्षकार महेन्द्र प्रताप सिंह ने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर दावा किया था कि औरंगजेब ने राजा वीर बुंदेला द्वारा तैयार कराए गए मंदिर का न केवल विध्वंस किया बल्कि उसमें मौजूद ठाकुर केशवराय के श्रीविग्रहों को आगरा की बेगम साहिबा मंस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबवा दिया। इस वाद में उन्होंने पुरातात्विक विभाग के अधिकारियों को प्रतिवादी बनाया है। पक्षकार द्वारा मांग की गई थी कि अदालत मस्जिद की अमीन रिपोर्ट के आदेश जारी करें।
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छह जुलाई की लगी तारीख
इस मामले में सिविल जज सीनियर डिवीजन नीरज गोंड की अदालत निर्णय के लिए 25 मई की तारीख दी थी, परंतु इंतजामिया कमेटी के प्रतिवादी बनने संबंधी प्रार्थना पत्र के बाद इस निर्णय को रोक दिया गया है। ईदगाह के सचिव एडवोकेट तनवीर अहमद ने बताया कि अदालत में उन्होंने खुद को प्रतिवादी बनाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। वहीं पक्षकार एडवोकेट महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि अब इस केस में अगली सुनवाई 6 जुलाई को होगी।
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