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तहसील सदर, एटा
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के एटा जिले से जमीन की लालच में रिश्तों को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। यहां बहू ने ससुर के साथ धोखाधड़ी करके अपनी विधवा देवरानी के हिस्से की जमीन का बैनामा अपने नाम करा लिया। देवरानी और ससुर को इस बात की जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए।
मामला बागवाला थाना क्षेत्र के ईशेपुर गांव का है। यहां के निवासी राय सिंह ने थाने में तहरीर दी। बताया कि उसने वर्ष 2014 में अपने छोटे बेटे विनय के नाम पर उसके हिस्से की जमीन का बैनामा कर दिया था। लेकिन, दाखिल-खारिज नहीं हो पाया था। दाखिल-खारिज से पहले ही विनय की आकस्मिक मौत हो गई। इसके बाद यह मामला टल गया।
26 सितंबर 2019 को बहू के साथ गए थे तहसील
बताया कि पांच वर्ष बाद एक दिन मेरी बड़ी बहू पुष्पा देवी ने दाखिल-खारिज की रजामंदी के लिए शहर ले जाने की बात कही। क्योंकि यदि बैनामा करने के 35 दिन के अंदर दाखिल-खारिज नहीं हो पाता तो रजामंदी की प्रक्रिया करनी पड़ती है। बताया कि रजामंदी के नाम पर वह 26 सितंबर 2019 को बहू के साथ सदर तहसील गए।
खतौनी देखी तो जमीन बड़ी बहू के नाम दर्ज मिली
उन्होंने बताया कि तहसील में बहू ने मुझे नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद धोखाधड़ी करके जमीन का बैनामा अपने नाम करा लिया और हमें घर छोड़ दिया। उस समय हमें और छोटी बहू को कोई शक नहीं हुआ। 12 जनवरी 2023 को छोटी बहू ने खतौनी देखी तो उसमें जमीन बड़ी बहू के नाम दर्ज थी।
अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज
छोटी बहू ने इसकी जानकारी मुझे दी। यह बात सुनते ही हमारे होश उड़ गए। इसके बाद वह थाने पहुंचे। उन्होंने बड़े बेटे श्रीकृष्ण यादव की पत्नी पुष्पा देवी के साथ गवाह प्रशांत पाठक निवासी संजय नगर और राघवेंद्र निवासी शांतिनगर के खिलाफ तहरीर दी। कोतवाल सुधीर सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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