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बांकेबिहारी मंदिर
– फोटो : अमर उजाला
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वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में पट खोलने को लेकर गोस्वामियों की मनमानी फिर एक बार सामने आई। मंदिर के दर्शन व श्रृंगार आरती के दर्शन के दौरान ठाकुरजी गर्भ गृह में ही विराजमान रहे। जिससे भक्तों को गर्भ गृह से बाहर जगमोहन में दर्शन नहीं मिले। सेवाधिकारी बदलने पर ही ठाकुर बांके बिहारी गर्भ ग्रह से बाहर जगमोहन में आ सके। इस दौरान मंदिर के पट लगभग 35 मिनट तक बंद रहे।
श्रद्धालु मंदिर के चौक में और गेट पर मंदिर के पट खोलना का इंतजार करते रहे और लगातार भीड़ जमा होती रही। श्रद्धालुओं को सुबह 8:20 पर गर्भ ग्रह से बाहर जगमोहन में चांदी के सिंहासन पर विराजमान ठाकुर जी की दर्शन हुए।
बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक मनीष कुमार शर्मा ने कहा कि इस मामले की रिपोर्ट मंदिर प्रशासक मथुरा मुंसिफ कोर्ट को देंगे। मंदिर प्रशासक ने शरद पूर्णिमा पर सुबह से ही गर्भ से बाहर जगमोहन में श्रद्धालुओं को दर्शन करने के आदेश दिए थे, लेकिन सुबह के समय गोस्वामी द्वारा गर्भ ग्रह के बाहर जगमोहन में विराजमान नहीं किया गया। इससे श्रद्धालुओं को असुविधा हुई है।
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