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– फोटो : istock
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मथुरा के सेंट फ्रांसिस स्कूल में 22 साल पहले डकैती और हत्या के मामले पूछताछ के लिए लाए रसाेईया विजय इक्का की पुलिस हिरासत में मौत मामले में मंगलवार को अदालत में सीबीसीआईडी के जांच अधिकारी नहीं आ सके। उनकी एडीजे चतुर्थ की अदालत में गवाही होनी थी। इस मामले में आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी नामजद हैं। ठंडे बस्ते में डाल दिए गए इस मामले में हाईकोर्ट के प्राथमिकता के साथ निस्तारित किए जाने के निर्देश के बाद कार्रवाई शुरू हुई है।
विजय इक्का की वर्ष 2000 में पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। थाना हाईवे (तब थाना नरहौली) क्षेत्र स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल में डकैती के मामले में पुलिस उसे पूछताछ के लिए थाने लाई थी। उसे पुलिस लाइन लाया गया और यहां वह स्नानघर में मृत मिला। सेंट फ्रांसिस स्कूल परिसर में रहने वाले फादर के घर में जून 2000 में डकैती हुई थी। इस दौरान स्कूल के प्रिंसीपल फादर की हत्या कर दी गई थी। घटना की सूचना मिलने के बाद हाईवे (तब का थाना नरहौली) पुलिस स्कूल कर्मचारी विजय इक्का को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर गई थी।
कई दिन तक थाने में पूछताछ के बाद उसे पुलिस लाइन ले जाया गया। वहां 17 जून 2000 को उसका शव स्नानागार में गमछे के सहारे नल से लटका मिला था। सेंट फ्रांसिस स्कूल के कर्मचारी ब्रदर इमनूअल ने तत्कालीन निलम्बित नरहौली थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा व सिपाही दिनेश उपाध्याय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रतिवादीगण के अधिवक्ता जय नारायन वाष्णैय ने बताया कि मंगलवार को सीबीसीआईडी के जांच अधिकारी अदालत नहीं पहुंचे।
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