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सड़क है नहीं, नाले कचरे से भरे पड़े हैं, पार्किंग पर कब्जा है, सीवर लाइन चौक…ये हाल उस जगह का है जहां रोज दो करोड़ रुपए का कारोबार होता है. इसका 28 परसेंट सरकार को टैक्स मिलता है. फिर भी हाईवे स्थित ट्रांसपोर्ट नगर में अव्यवस्थाओं का अंबार है. ट्रांसपोर्टर्स का सबसे बड़े हब कहे जाने वाले टीपी नगर के लिए प्रस्ताव और योजनाएं तो कई बार बनीं. लेकिन धरातल पर नहीं उतर सकीं. इसका खामियाजा यहां के कारोबारियों को उठाना पड़ रहा है.
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