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– फोटो : अमर उजाला
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खून, पसीने की गाढ़ी कमाई से अपना घर खरीदने का सपना देख रहे हैं तो जरा संभल जाइये। सस्ते प्लॉट व घर के झांसे में आकर मेहनत की कमाई न गवाएं। शहर में बड़े पैमाने पर अवैध कॉलोनियां बन रही हैं। बिना मानचित्र स्वीकृति के अपार्टमेंट, डुपलेक्स से लेकर सस्ते घर बनाए जा रहे हैं। जिनमें फंस लोग रकम गंवा रहे हैं।
खेतों में बन रही कालोनियों में 4 से 5 हजार रुपये प्रति वर्ग गज कीमत पर प्लॉट बिक रहे हैं। 15 से 20 लाख रुपये में दो से तीन कमरों के घर बनाए जा रहे हैं। जिन पर कभी भी आगरा विकास प्राधिकरण की गाज गिर सकती है। दूसरी तरफ दागी बिल्डरों के प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हुए हैं। जिनमें बुकिंग के बाद 10-10 साल से लोग कब्जे के लिए भटक रहे हैं। एडीए की रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 से सितंबर 2023 तक 50 अवैध कॉलोनियां ध्वस्त हो चुकी हैं। जिनमें 500 से अधिक खरीदारों की रकम डूब गई। काॅलोनियां अवैध होने के कारण खरीदार कोई दावा भी नहीं कर पा रहे। डूबी रकम को वापस पाने के लिए लोग बिल्डर से लेकर एडीए व पुलिस थानों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
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