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आगरा विकास प्राधिकरण
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) में संपत्ति अनुभाग से कालिंदी विहार, ताजनगरी व शास्त्रीपुरम योजना में 39 भूखंड व भवनों की फाइलें गायब हैं। मौके पर संपत्तियां रिक्त हैं। रिकाॅर्ड में दस्तावेज नहीं मिल रहे। इस वजह से इन भूखंड व भवनों की आवंटन स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है।
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी के निर्देश पर एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने लैंड ऑडिट कराया, तब संपत्तियों के दस्तावेज एडीए में उपलब्ध नहीं होने का खुलासा हुआ है। एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ का कहना है कि संपत्तियां एडीए की हैं। दस्तावेज व अन्य रिकाॅर्ड नहीं मिलने के कारण इनका आवंटन नहीं हो सका है। यदि किसी व्यक्ति के पास इन संपत्तियों से संबंधित कोई दस्तावेज उपलब्ध हों तो वह अपना दावा प्रस्तुत कर सकता है। अन्यथा इन संपत्तियों को एडीए ई-नीलामी में शामिल कर आवंटित करेगा। आवंटन के बाद एडीए किसी तरह से जिम्मेदार नहीं होगा। संपत्तियों की फाइलें नहीं मिलने पर संबंधित अधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा है।
एलआईजी भवनों से लेकर एमआईजी भूखंड तक
शास्त्रीपुरम योजना में एलआईजी, एमएमआईजी भवन व भूखंड क अलावा सेक्टर-ए, बी और सी में 60 से 90 वर्ग मीटर तक भूखंडों का एडीए दफ्तर में रिकाॅर्ड उपलब्ध नहीं। यही स्थिति ताजनगरी प्रथम व द्वितीय चरण योजना के भूखंड व कालिंदी विहार योजना सेक्टर-बी में एमआईजी भूखंडों की है।
200 फाइलों का नहीं चला पता
2019-20 में एडीए में 200 से अधिक भूखंड व भवनों की फाइल संपत्ति विभाग से गायब हुई थीं। जिनका आज तक कोई पता नहीं चल सका। एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ का कहना है कि पुरानी फाइलों का रिकाॅर्ड उपलब्ध नहीं हो सका। बिना रिकार्ड के ही एडीए उन संपत्तियों का नए सिरे से आवंटन कर चुका है।
दलालों पर नहीं लग सकी रोक
एडीए दफ्तर में दलालों पर रोक नहीं लग सकी। एडीए में चार्ज संभालने के बाद उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने दलालों के प्रवेश पर रोक लगाई थी। दफ्तर के बाहर इस आशय का नोटिस लगाया। प्रत्येक आने-जाने वाले का ब्योरा दर्ज होता था, लेकिन फिर व्यवस्था पुराने ढर्रे पर लौट आई है। संपत्ति विभाग में सबसे ज्यादा दलालों की आवाजाही बाबुओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं।
कल मंडलायुक्त करेंगी निरीक्षण
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी बृहस्पतिवार को जयपुर हाउस स्थित एडीए दफ्तर का निरीक्षण करेंगी। मंगलवार को एडीए में अध्यक्ष के निरीक्षण को लेकर तैयारियां होती रहीं। साफ-सफाई से लेकर रिकाॅर्ड का रखरखाव व अन्य औपचारिकताएं पूर्ण करने में कर्मचारी जुटे रहे।
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