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मानव तस्करी के आरोपी इकबाल का घर
– फोटो : अमर उजाला
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कानपुर पुलिस द्वारा पकड़ा गया मानव तस्करी गिरोह का सदस्य इकबाल मूलतः एटा जिले का रहने वाला है। वह यहां नयागांव थाना क्षेत्र के सराय अगहत गांव का निवासी है। वह अपने पांच भाइयों में चौथे नंबर का है। इनका खानदानी पेशा नाई का काम करना है। इसकी दुकान चांदनी बाग में है।
भतीजी की शादी से पहले गिरफ्तार
सोमवार को इकबाल के बड़े भाई की बेटी की शादी होनी थी। अभी तीन दिन पहले ही इकबाल के मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार होने से मामला हाइलाइट था। पुलिस दबिश देकर इकबाल और उसकी पत्नी चांदनी उर्फ पूजा को गिरफ्तार कर ले गई। परिवार इसे लेकर सहमा हुआ और आशंकित था। हालांकि इन आशंकाओं के बीच सोमवार को तय समय पर उसकी भतीजी के निकाह की रस्में कराई गईं।
ग्रामीणों ने बाया कि इसका एक भाई किसी दूसरे शहर में जाकर बस गया है। तीन यहां स्थायी रूप से रहते हैं। पहले इकबाल भी यहां हेयर कटिंग, शेविंग आदि का काम करता था। पड़ोस के लोगों ने बताया कि 2012 में इकबाल एक पड़ोसी गांव की हिंदू युवती को भगाकर ले गया था।
जमानत के बाद वह बाहर रहने लगा
मामले में इकबाल सहित अन्य परिजनों के नाम एफआईआर लिखी गई थी। पुलिस गिरफ्तारी के लिए दबिश देती थी। इस पर पूरा परिवार छिपकर रह रहा था। बाद में युवती को बरामद कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने इकबाल को गिरफ्तार कर लिया। अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। जमानत पर आने के बाद वह बाहर कहीं रहने लगा।
वर्ष 2015-16 में इकबाल फिर कासगंज की एक हिंदू युवती को भगाकर ले गया। उससे शादी कर ली। पड़ोसियों के मुताबिक इकबाल झगड़ालू स्वभाव का व्यक्ति है। वह उल्टे-सीधे कामों में संलिप्त रहता था। हालांकि पिछले कई साल से उसका गांव में आना-जाना बहुत कम था।
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