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आग में झुलसा पुलिसकर्मी
– फोटो : अमर उजाला
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मथुरा में दिवाली पर राया के आतिशबाजी बाजार में आगजनी की घटना के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई। झुलसे लोग तड़पते रहे, लेकिन उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई। ऐसे में लोगों ने कुछ पीड़ितों को निजी वाहनों से जिला अस्पताल पहुंचाया। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो घंटे भर बाद एंबुलेंस घटनास्थल के लिए दौड़ी। हालांकि दिवाली के दिन जाम को भी इसका कारण बताया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई तो कुछ लोगों को निजी वाहनों से जिला अस्पताल पहुंचाया। आगजनी से झुलसे लोगों की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो उच्चाधिकारियों ने इसका संज्ञान लिया। इसके बाद ही एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंची और बचे लोगों को जिला अस्पताल लेकर आई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में 108 की 28, 102 की 28 तथा एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) की 3 एंबुलेंस हैं। इसके बावजूद झुलसे हुए लोगों को एंबुलेंस के लिए एक घंटे से अधिक इंतजार करना पड़ा।
एंबुलेंस प्रभारी डॉ. भूदेव सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही एंबुलेंस मौके पर भेजी गई। चूंकि त्योहार पर बाजार में भीड़ अधिक होने के कारण जाम की स्थिति थी तो कुछ विलंब हुआ होगा। एंबुलेंस मौके पर पहुंची और झुलसे लोगों को जिला अस्पताल समेत अन्य अस्पताल लेकर गई। घटना के दूसरे दिन भी मरीजों को दूसरे अस्पताल ले जाने में सरकारी एंबुलेंस की मदद की गई। लोगों ने बताया कि पुलिस अधिकारी भी बाइकों पर बैठकर घटनास्थल पर पहुंचे। रविवार होने के कारण राया के चिकित्सालय में भी कोई नहीं मिला। ऐसे में कुछ लोगों को निजी वाहनों से जिला अस्पताल भेजा गया। एक घायल युवक को पुलिस अपनी जीप से अस्पताल तक छोड़ कर आई। वहीं सीएचसी प्रभारी डॉ. अनुज ने बताया कि सीएचसी पर व जिला अस्पताल में झुलसे लोगों के उपचार की व्यवस्था है। संभवत : इसी कारण लोग लौट गए होंगे।
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