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प्रवासी भारतीय हमसे ज्यादा भारतीय संस्कृति के करीब हैैं. जबकि भारतीय इससे दूर हो रहे हैैं. यही स्थिति रही तो हमें भारतीय संस्कृति सीखने के लिए एक दिन सात समंदर पार जाना होगा यह बात ताजनगरी के शास्त्रीय संगीतकार डॉ. सदानंद ब्रह्मïभट्टï ने त्रिनिदाद और टोबेगो से लौटकर रविवार को कही. डॉ. ब्रह्मïभट्टï त्रिनिदाद स्थित भारतीय दूतावास से 11 माह बाद लौटे हैैं.
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