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प्रदर्शन करते बिजली कर्मी
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में ऊर्जा मंत्री पर वादा खिलाफी और लंबित मांगों को लेकर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम (डीवीवीएनएल) में कर्मचारियों का 24 घंटे का कार्य बहिष्कार बुधवार से शुरू हो गया। यह बृहस्पतिवार रात 10 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद शुक्रवार से रविवार तक तीन दिन हड़ताल रहेगी। इस कारण न तो बिजली बिल जमा होंगे और न ही आपूर्ति बाधित होने पर फॉल्ट की मरम्मत होगी।
निजीकरण का विरोध, संविदाकर्मियों के नियमितीकरण सहित 15 सूत्रीय मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को मुख्य अभियंता वितरण कार्यालय पर कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार सभा की। जहां आरके वर्मा, देवेंद्र सिंह, महेश कुमार और शशिकांत सिंह ने बताया कि तीन दिसंबर 2022 को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के साथ विद्युत कर्मियों का समझौता हुआ था।
जिले में कोई कर्मचारी नहीं करेगा काम
आरोप है कि इसे सरकार ने नहीं माना। इसके विरोध में देशव्यापी हड़ताल का निर्णय हुआ है। वादा खिलाफी से कर्मियों में आक्रोश है। अनूप उपाध्याय, विपिन शर्मा, अनिल कुमार, रामवतार शुक्ला, देवेंद्र सिंह, जयपाल सिंह, विनय सिंह आदि ने बताया कि तीन दिन तक जिले में कोई कर्मचारी काम नहीं करेगा। आकस्मिक सेवाएं भी बंद रहेंगी।
बिजली कर्मियों के हित को समझना होगा
उन्होंने कहा कि हम उपभोक्ताओं की परेशानी समझते हैं, लेकिन सरकार को बिजली कर्मियों के हितों को भी समझना होगा। कार्य बहिष्कार सभा में शिवांशु तिवारी, भूपेंद्र सिंह, दिनेश वर्मा, नितेश कुमार, पंकज गोयल, भानु प्रताप सिंह, सलमान मजहर, रॉकी यादव, सुबोध शर्मा, हेमराज सिंह आदि मौजूद रहे।
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