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aids HIV medicine
– फोटो : istock
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उत्तर प्रदेश के एटा में मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही से चार बच्चे एचआईवी पॉजिटिव हो गए। यहां स्वास्थ्यकर्मी ने एचआईवी संक्रमित बच्ची को सुई लगाने के बाद उसी निडिल से चार अन्य बच्चों को इंजेक्शन लगा दिया। इससे गैर संक्रमित चार बच्चों में भी एचआईवी का खतरा उत्पन्न हो गया। बच्चों के भविष्य और स्वास्थ्य को लेकर अभिभावक चिंतित हैं। एक बच्ची के परिजन ने बताया कि एचआईवी के नाम से मोहल्ला और आसपास के लोग दूरी बनाने लगे हैं।
पीलिया रोग होने पर कराया था भर्ती
ज्ञात हो कि शहर निवासी एक बच्ची को पीलिया रोग होने पर 20 फरवरी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। इस दौरान कासगंज निवासी एक बच्ची भर्ती हुई। जांच होने पर वह बच्ची एचआईवी संक्रमित निकली थी। अन्य बच्चों के अभिभावकों ने स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि एचआईवी संक्रमित बच्ची को दवा लगाने के बाद उसी निडिल से वार्ड में भर्ती अन्य बच्चों को भी इंजेक्शन लगाए गए हैं।
समाज के लोग बना रहे दूरी
पीलिया रोग पीड़ित बच्ची के पिता का कहना है कि उसने कॉलेज में बच्ची को इलाज के लिए भर्ती कराया था। उसे क्या पता था कि यहां उसकी बच्ची का ऐसे इलाज किया जाएगा। मोहल्ला और समाज के लोग भी एचआईवी का नाम आने के बाद नासमझी में बच्ची से दूरी बनाने लगे हैं। बेटी कक्षा एक की छात्रा है। अभी उसे स्कूल भी नहीं भेज रहे हैं।
दोषियों पर कार्रवाई की मांग
सोमवार को दो बच्चों की मां, डीएम अंकित अग्रवाल से मिलने पहुंची। शिकायती पत्र देकर मामले के दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। बच्ची की मां ने बताया कि डीएम ने बोला है, मामला संज्ञान में है। जांच की जा रही है दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं बच्ची के पिता ने पीएमओ कार्यालय पर कॉल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। जहां कार्यालय से मेल पर शिकायती पत्र भेजने को कहा गया है।
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