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फास्ट फूड से दिल्लगी कर रही बीमार
– फोटो : pexels
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उत्तर प्रदेश के आगरा में दावत में अतिरिक्त भोजन करने से उल्टी-दस्त और पेट में दर्द के मरीज बढ़ गए हैं। रसगुल्ला-हलुआ समेत अन्य मीठा खाने से मधुमेह रोगियों में ग्लूकोज का स्तर बढ़ रहा है। एसएन मेडिकल कॉलेज की मेडिसिन विभाग की ओपीडी में सप्ताह भर में 30-40 मरीज रोजाना बढ़ गए हैं। इनमें से तीन से पांच मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है।
मेडिसिन विभाग के डॉ. टीपी सिंह ने बताया कि औसतन रोजाना 380 मरीज आ रहे हैं। इसमें से पेट में दर्द, अपच, पेट फूलना, उल्टी-दस्त के मरीज बढ़ गए हैं। पूछने पर इन्होंने बताया कि दावत में कई तरह के पकवान देख ज्यादा खा लिया। इससे रात में पेट दर्द और उल्टी हुई। फूड पॉयजनिंग के भी शिकार हो गए। मधुमेह रोगी और उच्च रक्तचाप के मरीजों की हालत ज्यादा खराब मिली। मिठाई और तली सामग्री खाने से ग्लूकोज और रक्तचाप बढ़ा मिला।
चाऊमीन-फास्ट फूड खाने से बीमार
इंडियन पीडियाट्रिक्स एसोसिएशन आगरा के अध्यक्ष डॉ. अरुण जैन ने बताया कि अभी सहालग हैं और शादी-समारोह में बच्चे दावत में शामिल हो रहे हैं। इसमें बच्चे चाऊमीन, भल्ले-टिकिया और अन्य फास्ट फूड अधिक खाते हैं। इससे इनके पेट में संक्रमण हो रहा है। उल्टी-दस्त के साथ तेज बुखार आ रहा है। कुछ बच्चों में मल के साथ रक्त भी आ रहा है। इससे उनकी हालत खराब हो रही है।
इन बातों का रखें ख्याल:-
- दावत में अतिरिक्त भोजन करने से बचें।
- दावत में सलाद और फल अधिक खाएं।
- फास्टफूड, तली हुई सामग्री खाने से बचें।
- खूब पानी पीएं, पैकेट बंद जूस हो तो पीएं।
- मधुमेह रोगी मीठा खाने से बचें।
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