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बेटी की हत्या के आरोप में पिता-चाचा गिरफ्तार
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के मथुरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां बेटी के प्रेम-प्रसंग पर विलन बने उसके पिता-चाचा उसकी जान के दुश्मन बन गए। दोनों ने मिलकर उसे नहर में फेंक दिया। इससे डूबने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जांच के दौरान दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला नौहझील थाना क्षेत्र के अड्डा मीणा गांव का है। गांव निवासी बलवीर सिंह की 17 वर्षीय बेटी प्रीति का पड़ोस में रहने वाले रामगोपाल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह उसी के साथ शादी करने की जिद पर अड़ी थी। इस बात पर घर वाले राजी नहीं थे। इस पर वह बीती 22 जनवरी की सुबह वह घर छोड़ कर उसके साथ पलवल चली गई।
दोनों भाइयों ने किशोरी को समझाया, लेकिन वह नहीं मानी
इसकी जानकारी पिता बलवीर सिंह को मिली तो वह थाने पहुंचे। यहां रामगोपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद अपने भाई तेजपाल के साथ पलवल पहुंचे। वहां से बेटी को बाइक पर बैठाकर टप्पल-जट्टारी होते हुए घर लौट रहे थे। रास्ते में शिवाला नहर (अलीगढ़) के पास दोनों भाइयों ने किशोरी को समझाया, लेकिन वह जिद पर अड़ी रही। इसी दौरान धक्का-मुक्की होने लगा और प्रीति नहर में गिर गई। इससे पिता और चाचा घबरा गए और गांव लौट आए।
पुलिस ने शक में की पूछताछ तो हुआ खुलासा
रामगोपाल उर्फ गोपाल एक निजी टेलीकॉम कंपनी में काम करता है। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे 27 जनवरी को जेल भेज दिया। इसी बीच 31 जनवरी को एक शव मिला। इसकी शिनाख्त प्रीति के रूप में की गई। पुलिस ने शक के आधार पर बलवीर से पूछताछ की तो उसने सच बता दिया। थाना प्रभारी धर्मेंद्र भाटी ने बताया कि प्रीति के पिता व चाचा खिलाफ हत्या व पहचान छिपाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
दो महीने पहले दादी ने छीन लिया था फोन
प्रीति दिन और रात में रामगोपाल से मोबाइल पर बात करती थी। इसकी भनक उसकी दादी को लग गई। इस पर दादी ने दो महीने पहले ही उससे फोन छीन लिया था। तभी से वह फोन देने के लिए झगड़ा करती रहती थी।
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