[ad_1]
सीएनजी और पीएनजी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा में शुक्रवार को 25 हजार से ज्यादा घरों में पीएनजी की सप्लाई नहीं हुई। इससे लोगों को परेशानी हुई। यमुनापार में शाम को पानी की आपूर्ति नहीं हुई, वहीं ताजगंज, ईदगाह, बरौली अहीर, मधु नगर क्षेत्र की ओर पीएनजी और सीएनजी की सप्लाई नहीं हो पाई। इस वजह से न केवल नाश्ता बल्कि दोपहर में खाने के लिए भी लोग परेशान रहे। जिन घरों में एलपीजी सिलिंडर रखा था, उनका काम चल गया। कुछ ने पड़ोसियों से मदद ली। पर, केवल पीएनजी कनेक्शन पर निर्भर लोगों को दोपहर में रेस्टोरेंट से ऑर्डर करके खाना मंगवाना पड़ा।
ताजगंज क्षेत्र में शुक्रवार को पीएनजी व सीएनजी और दयालबाग व ट्रांस यमुना क्षेत्र में पानी की आपूर्ति बंद रही। जीवनी मंडी में गैस पाइपलाइन की मरम्मत व रखरखाव के लिए गेल ने पीएनजी सप्लाई का शटडाउन लिया था। इस वजह से 25 हजार घरों में पीएनजी की आपूर्ति नहीं हुई। ताजनगरी मदर फिलिंग स्टेशन सहित पांच सीएनजी पंप भी शुक्रवार को बंद रहे। पांच हजार से अधिक वाहनों को सीएनजी गैस के लिए हाईवे व अन्य क्षेत्र में पंप तक दौड़ लगानी पड़ी। ताजगंज से लेकर ईदगाह, बरौली अहीर, मधु नगर और रोहता तक करीब 25 हजार घरों में पीएनजी सप्लाई नहीं हो पाई। देर रात तक लोग पीएनजी सप्लाई चालू होने के इंतजार में रहे।
ये भी पढ़ें – UP: आगरा में वाहन चेकिंग के दौरान मिला 23 लाख का गांजा, तस्करों का स्टाइल देख चकराई पुलिस
शाम को नहीं मिला पानी
ट्रांस यमुना कालोनी और दयालबाग में ओवरहेड टैंक की सफाई के कारण 35 काॅलोनियों में पानी की आपूर्ति बाधित रही। शनिवार को सुबह से ही टंकियों की सफाई का काम शुरू कर दिया गया। इस वजह से लॉयर्स काॅलोनी, दयालबाग क्षेत्र की 15 और ट्रांस यमुना क्षेत्र की 20 से अधिक काॅलोनियों में पानी नहीं आया। शाम को पानी के लिए लोग परेशान रहे। हालांकि पूर्व घोषित कार्यक्रम के कारण कई परिवारों ने टंकी में पानी स्टोर करके रख लिया था।
खाना ऑर्डर करना पड़ा
ताजनगरी के सुमित उपाध्याय ने बताया कि पीएनजी न आने के कारण रेस्टोरेंट से खाना ऑर्डर किया। दोपहर में रिश्तेदार आ गए थे। ग्रीन गैस को शटडाउन के लिए कोई समय तय करना चाहिए। बार-बार यह समस्या आ रही है।
पड़ोसी से लिया सिलिंडर
रोहता निवासी संध्या गोस्वामी ने बताया कि सुबह पीएनजी न मिलने पर सैंडविच से ही काम चलाना पड़ा। हर घर में तो माइक्रोवेब होता नहीं। पड़ोसी के घर सिलिंडर था, जिसे लेकर दोपहर में बच्चों के लिए खाना बनाया।
[ad_2]
Source link