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आवारा पशु
– फोटो : फाइल फोटो
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उत्तर प्रदेश के आगरा में तबेलों के मवेशियों पर बुधवार से नगर निगम शिकंजा कसेगा। गाय-भैंस खुली छोड़ी तो कैटल कैचर से पशुओं को निगम की टीम पकड़ ले जाएगी। इनकी बोली लगाकर नीलाम कर दिया जाएगा। साथ ही जुर्माना राशि भी पांच गुना अधिक होगी। दो की जगह 10 हजार रुपये जुर्माना लगेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च तक सड़कों से गोवंश हटाने के आदेश दिए थे। मियाद खत्म होने के बाद भी गोवंश नहीं हटे। सोमवार को सीएम ने लापरवाही पर नाराजगी जताई। सत्यापन के लिए शासन से नोडल अधिकारी आ रहे हैं।
गाय-भैंस पकड़ने को इलाके चिह्नित
मंगलवार को दिनभर नगर निगम में शहर की सड़कों से गाय-भैंस और सांड को हटाने के लिए मंथन चला। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि नगर निगम ने नई व्यवस्था बनाई है। जो पशु पालक दूध दोहने के बाद गाय-भैंस को खुला छोड़ देते हैं, उन्हें पकड़ कर नीलाम किया जाएगा। खुली बोली से नीलामी होगी। गाय-भैंस पकड़ने के लिए इलाके चिह्नित किए हैं। बुधवार से 10 टीमें यहां नजर रखेंगी।
100 वार्डों में संचालित हैं एक हजार से अधिक तबेले
नगर निगम के 100 वार्डों में एक हजार से अधिक तबेले संचालित हैं। जिनमें 10 से 15 हजार गो व भैंस वंश पशुओं का अनुमान है। निगम ने ताजगंज में 10 तबेलों को नोटिस भी दिए हैं। मंडलायुक्त अमित गुप्ता द्वारा अनुश्रवण समिति बैठक में लगातार नगर निगम को तबेलों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए जा रहे हैं, परंतु पशु कल्याण अधिकारी कार्यालय की लापरवाही के कारण प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी।
500 बताए, 1500 पकड़े फिर भी छुट्टा गोवंश
शहर की सड़कों पर कितना गोवंश है नगर निगम ने इसका सर्वे तक नहीं किया। पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह ने 500 निराश्रित गोवंश होने की बात कही थी। दो से 31 मार्च तक 1500 से अधिक गाय,भैंस व सांड़ पकड़े गए हैं। इनमें एक हजार निराश्रित गोवंश था। फिर भी सड़क से लेकर रेलवे की पटरियों तक छुट्टा गोवंश घूम रहा है।
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