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– फोटो : सोशल मीडिया
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एटा के जलेसर थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला को नाबालिग बेटे के साथ षड्यंत्र रचकर बेच दिया गया। पति ने पहले भी गुमशुदगी दर्ज कराई थी, लेकिन बाद में छानबीन में बेचने की बात पता चली तो पुलिस को तहरीर दी गई। मामला दर्ज नहीं होने पर अदालत का दरवाजा खटखटाया और दंपत्ती सहित पांच के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है।
यहां का है मामला
एक गांव के व्यक्ति का आरोप है कि गांव के ही महेंद्र सिंह और इसकी पत्नी मुन्नी देवी, बेटा रामू और पुत्रवधु कल्पना से अच्छे पारिवारिक संबंध थे। इसके चलते आना जाना था। 15 नवंबर 2022 को साजिश के तहत पत्नी और नाबालिग बेटे को अपने साथ रिश्तेदारी में ले जाने की बात कही, तो उसने स्वेच्छा से भेज दिया गया। पत्नी जेवरात और पांच हजार रुपये नकदी भी घर से ले गई थी। अगले दिन सभी लोग लौट आए लेकिन पत्नी और बेटा नहीं आए। तब इन लोगों से पूछा गया तो कहा कि दो-चार दिन रुकने के बाद आ जाएगी।
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इस तरह हुई जानकारी
आरोप है कि इसके बाद पत्नी लौट कर नहीं आई। तब छानबीन की गई तो जानकारी मिली कि अनिल कुमार उर्फ कालिया निवासी गांव कासिमपुर थाना मारहरा को पत्नी और बेटे को बेच दिया गया है। कालिया की काफी तलाश की गई लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद थाना और पुलिस अधिकारियों से भी शिकायत की गई लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हो सका। तब अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मुकदमा किया गया दर्ज
प्रभारी निरीक्षक जगदीश चंद्र ने बताया कि ऐसा मामला कभी सामने नहीं आया है, अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है। जांच में सत्यता सामने आ जाएगी।
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