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फ्लैट (फाइल फोटो)
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के थाना हरीपर्वत में गायत्री डेवलपवेल कंपनी के निदेशक हरिओम दीक्षित के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि बुक किया गया फ्लैट 11 साल बाद भी नहीं दिया। किसी और को बेच दिया। जमा रकम के 9.40 लाख रुपये हड़प लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अपर्णा पंचशील, सेक्टर-16-बी, निवासी बबीता पाहूजा ने डीसीपी सिटी से शिकायत की थी। इसमें गायत्री डेवलपवेल प्राइवेट लिमिटेड के जीएम-निदेशक हरिओम दीक्षित और राधारानी इंफ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकगण को नामजद किया। कंपनी का कार्यालय संजय प्लेस में था। पीड़िता ने शिकायत में कहा कि कार्यालय में जुलाई 2011 में शास्त्रीपुरम स्थित गायत्री मनहर गार्डन प्रोजेक्ट में फ्लैट नंबर 131 बुक कराया था। 5-6 साल में फ्लैट तैयार करके देना था। इसकी कीमत 17,10,000 रुपये किश्तों में देनी थी।
इस पर उन्होंने 9.40 लाख रुपये निदेशकगण को अदा कर दिए। इसके बावजूद फ्लैट निर्धारित समय पर तैयार नहीं किया गया। इस पर उन्होंने बाकी रकम देना रोक दिया। इस बारे में उन्होंने हरीओम दीक्षित से बात की, लेकिन वह नोटबंदी, रेरा के नियम, जीएसटी, फिर कोरोना का बहाना बनाकर टालते रहे। बाद में निदेशक ने फ्लैट को किसी दूसरे को बेच दिया। उनकी रकम भी हड़प ली। मामले में जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। थाना हरीपर्वत पुलिस का कहना है कि साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
शहर में बिल्डरों पर दर्ज हैं कई मुकदमे
शहर में कई बिल्डरों पर धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनमें शिकायत फ्लैट की बुकिंग कर बैनामा नहीं करने, दूसरे को फ्लैट बेचने, योजना पूरी नहीं करने, रकम हड़पने सहित अन्य आरोप हैं। कई मामले में प्लाट की रकम लेकर बैनामा नहीं करने के भी हैं। थाना सिकंदरा, ताजगंज, हरीपर्वत, न्यू आगरा में सबसे ज्यादा मुकदमे लिखे हैं। पुलिस कई बिल्डरों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी हैं।
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