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कमिश्नर डॉ प्रीतिंदर सिंह
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में आपसी विवाद के बाद स्वॉट (स्पेशल वेपन एंड टेक्टिक्स) टीम भंग कर दी गई है। पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने टीम के दो सिपाहियों में मारपीट और एक दूसरे पर पिस्टल तानने के आरोप के बाद टीम को तत्काल प्रभाव से भंग करने के निर्देश दिए।
2011 में हुआ था इस टीम का गठन
स्वॉट नाम से आगरा में पहली टीम वर्ष 2011 में तत्कालीन एसएसपी असीम अरुण ने बनाई थी। टीम में शामिल दरोगा और सिपाहियों को स्पेशल कमांडो ट्रेनिंग दिलाई गई थी। टीम के जवान काले कपड़ों में अलग ही नजर आते थे। सूत्रों के अनुसार ताजगंज थाने के एक वांछित की घेराबंदी के लिए स्वॉट टीम को लगाया गया था। दीवानी में टीम के जवान सादा कपड़ों में तैनात थे। वहां एक सिपाही की गलती से उनकी पहचान हो गई। पैरोकारों ने बदमाश को थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया। स्वाट के एक सिपाही ने उस बदमाश को थाना पुलिस से छीनने का प्रयास किया था। इसी बात पर टीम में तैनात दो सिपाहियों के बीच विवाद हुआ। यह विवाद पुलिस आयुक्त तक पहुंच गया।
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प्रकरण में चल रही है जांच
पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि स्वॉट टीम के चार सिपाहियों को एस्कॉट में रखा गया है। जो काम में अच्छे हैं उन्हें एसओजी में भेजा गया है। कुछ को लाइन भेजा गया है। प्रभारी को जहां से आए थे वहां वापस भेज दिया गया है। मारपीट वाले प्रकरण में जांच चल रही है।
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