[ad_1]
थाना पिनाहट, आगरा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
उत्तर प्रदेश के आगरा में शनिवार की रात ट्रैक्टर लोडर से टीलों को ढहाकर मिट्टी का खनन किया जा रहा था। सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंच गई। टीम के घेरने पर आरोपियों ने हमला कर दिया। वन रक्षक सदानंद यादव पर ट्रैक्टर लोडर चढ़ाने की कोशिश की गई। टक्कर लगने से वो घायल हो गए। टीम के अन्य कर्मियों ने खादर में कूदकर जान बचाई। घेराबंदी बढ़ने पर ट्रैक्टर लोडर छोड़कर मिट्टी का खनन कर रहे तीन लोग भाग गए। पुलिस ने केस दर्ज किया है।
घटना पिनाहट थाना क्षेत्र के पापरी नागर में उटंगन नदी के संरक्षित बीहड़ की है। यहां सामाजिक वानकीय रेंज की टीम ने रेंजर अशोक शर्मा के नेतृत्व में पापरी नागर के उटंगन के बीहड़ में शनिवार रात दो बजे छापा मारा। मौके पर ट्रैक्टर लोडर से टीले को गिराकर मिट्टी भरी जा रही थी।
वनरक्षक के हाथ और पैरों में लगी चोट
टीम को देखकर खनन करने वाले ट्रैक्टर को लेकर भागने लगे। वन रक्षक सदानंद यादव समेत टीम ने ट्रैक्टर को पकड़ने की कोशिश की। रेंजर अशोक शर्मा ने बताया कि चालक ने वन रक्षक सदानंद यादव पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। वनरक्षक के हाथ और पैरों में चोट लगी।
टीम के सदस्य वन दरोगा विजय कुमार सिंह, रघुवीर सिंह पाल, वन रक्षक धीरेंद्र सिंह, हजारी लाल, हरि प्रसाद, दुशासन, छोटू वर्मा आदि ने खादर में कूदकर अपनी जान बचाई। बाद में एकजुट हुई टीम ने ट्रैक्टर को रोक लिया। खनन करने वाले भाग निकले। रेंजर ने बताया कि खनन करने वाले धौलपुर के तेहरापुरा के ओवेंद्र, अमरूपुरा के हेत सिंह और औंध के राजकुमार के खिलाफ केस दर्ज कर ट्रैक्टर को सीज कर दिया है।
पहले भी खनन माफिया कर चुके हैं हमले
आगरा में खनन माफिया जान तक ले चुके हैं। नवंबर 2020 में खेरागढ़ इलाके में खनन माफिया के गुर्गों ने पुलिस टीम पर हमला बोला था। ट्रैक्टर चढ़ाकर सिपाही की हत्या कर दी थी। जनवरी 2022 में पिनाहट क्षेत्र के चंबल सेंक्चुअरी क्षेत्र में क्योरी बीच का पुरा के समीप अवैध खनन की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम पर हमला बोला गया था। खनन माफिया फायरिंग कर पुलिस से ट्रैक्टर छुड़ा ले गए थे। इसके अलावा सैंया, जगनेर, खेरागढ़ में खनन माफिया कई बार पुलिस टीम पर हमला कर चुके हैं।
दर्ज हुए थे सौ मुकदमे
राजस्थान और मध्य प्रदेश की ओर से डंपर और ट्रैक्टर ट्राली अवैध रूप से चंबल सैंड लेकर आगरा की ओर आते थे। आठ महीने पहले सैंया टोल से 52 सेकंड में 13 बालू से भरे ट्रैक्टर ट्राली टोल के बूम को तोड़कर निकले थे। इसका वीडियो वायरल हुआ था। इस घटना के बाद तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी के निर्देश पर कार्रवाई हुई थी।
खेरागढ़, मलपुरा, सैंया, इरादतनगर और फतेहाबाद थाना में 100 मुकदमे दर्ज किए गए थे। पुलिस ने 50 से अधिक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस कार्रवाई के बाद खनन पर रोक लगी थी। हालांकि बाद में लिंक मार्ग से परिवहन की शिकायत पुलिस को मिलने लगीं।
[ad_2]
Source link