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कार्य बहिष्कार के बाद क्राउन ग्लास के गेट पर खड़े थर्मस कारीगर
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में दैनिक हाजिरी और उत्पादन पर मिलने वाले ईनाम की धनराशि में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर थर्मस कारीगर हड़ताल पर हैं। प्रदर्शन के दूसरे दिन रविवार को दो अन्य कारखानों ओम ग्लास और क्राउन ग्लास में श्रमिकों ने मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर सहायक श्रमायुक्त कार्यालय से संयुक्त वार्ता का प्रस्ताव भेजा गया। इसके बाद श्रमिक घरों को लौट गए। हड़ताल कर रहे कारीगरों ने सेवायोजकों पर पांच साल पूर्व हुए समझौता से मुकर जाने का आरोप लगाया है।
थर्मस रिफिल कारीगर वर्ष 2018 में हुए आपसी समझौता के अनुसार मेहनताना की मांग कर रहे हैं। थर्मस कारीगरों के अनुसार थर्मस निर्माता कारखानों के सेवायोजकों ने दैनिक हाजिरी पर मिलने वाली धनराशि में हर साल 20 रुपये की बढ़ोतरी का भरोसा दिया था। लेकिन, बाद में सेवायोजक अपने वायदे से मुकर गए। यही नहीं दैनिक उत्पादन पर मिलने वाली धनराशि (ईनाम) में भी कटौती की जा रही है।
दूसरे दिन भी जारी रही थर्मस कारीगरों की हड़ताल
समझौता का पालन नहीं करने एवं उत्पादन पर मिलने वाली धनराशि में कटौती के चलते शहर के थर्मस निर्माता कारखानों में नेहा ग्लास और जगदंबा ग्लास वर्क्स में श्रमिकों ने गत शनिवार को कार्य बहिष्कार कर नारेबाजी की थी। रविवार को हड़ताल का दायरा और बढ गया। शहर के दो अन्य कारखानों क्राउन ग्लास वर्क्स और ओम ग्लास वर्क्स में भी थर्मस कारीगर हड़ताल पर चले गये।
कामबंदी के दौरान करबला स्थित क्राउन ग्लास वर्क्स के गेट पर हडताल कारीगरों ने काफी देर तक हंगामा किया। कारीगर कारखाना मालिकों पर श्रमिकों के बीच फूट डालने का आरोप लगा रहे थे। हालांकि सहायक श्रमायुक्त कार्यालय से आपसी वार्ता का प्रस्ताव आने के बाद थर्मस कारीगर हंगामा छोड़कर अपरे घरों की ओर लौट गये।
वर्तमान में मिल रहे मेहनताना में बढ़ोत्तरी की मांग
थर्मस रिफिल कारीगर छोटे, धर्मेद्र कुमार, सचिन,कर्मवीर,छत्रपाल और मनोज कुमार के मुताबिक वर्ष 2018 में हुये समझौता के अनुसार उनके वर्तमान मेहनताना व ईनाम की राशि में लगभग 100 की बढ़ोत्तरी होनी चाहिये। लेकिन मालिकान वर्तमान में दिये जा रहे मेहनताना में 20 रूपये की बढ़ोत्तरी को भी तैयार नहीं हैं। कारीगरों के अनुसार मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा।
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