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मौके पर जांच करती पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
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एटा के थाना राजा का रामपुर क्षेत्र से बंधक बनाकर नयागांव थाना क्षेत्र में बांधकर डालने के बाद लूटने की झूठी कहानी कर्ज में डूबे डीसीएम मालिक ने ही रची थी। पुलिस ने डीसीएम मालिक सहित चार को गिरफ्तार करके मामले का खुलासा शुक्रवार को कर दिया। डीसीएम में लगे जीपीएस से पूरी साजिश का राज खोलने में सफलता मिली।
दी थी लूट की झूठी सूचना
एएसपी धनंजय सिंह कुशवाहा ने पुलिस लाइन में बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह करीब 8 बजे थाना नयागांव क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर पलरा के पास डीसीएम मालिक एवं चालक अरविंद कुमार और होतीराम निवासीगण उदयपुरा थाना फ्रेंडस काॅलोनी इटावा बंधे मिले थे। डीसीएम मालिक ने अन्य लोगों को शामिल करके झूठी कहानी रचकर पुलिस को गुमराह किया था। इस साजिश में शामिल विमल कुमार व रत्नेश कुमार निवासीगण हरकूपुर थाना जसवंत नगर इटावा भी शामिल थे। चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि साजिश में शामिल अरविंद के गांव के ही विनोद व अवनीश फरार हैं।
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हो गया था काफी कर्जा
एएसपी ने बताया कि एक्सीडेंट क्लेम देने और डीसीएम में मरम्मत कराने में अरविंद पर काफी कर्जा हो गया था। इधर डीसीएम और लदे लहसुन का बीमा था। इसके चलते फर्जी लूट की योजना बनाई। 13 जून को मध्यप्रदेश से लहसुन लादकर 14 जून को अरविंद इटावा अपने घर पर रुका था। यहां से लहसुन को असलम निवासी इटावा के कैंटर में लदवाकर गोंडा भेज दिया। जबकि डीसीएम को इटावा ही छोड़ दिया। खुद अपने साथियों के साथ ईको कार से अलीगंज आया और रात करीब 1.30 बजे लूट होने की कहानी रचकर पुलिस को गुमराह किया। जब डीसीएम का जीपीएस चेक किया गया तो यह इटावा में खड़ी पाई गई। इससे राज खुलकर सामने आया। इस मामले के खुलासे में इंटेलीजेंस प्रभारी सुनील यादव की टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
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