[ad_1]
रूट डायवर्जन
– फोटो : फाइल
विस्तार
आगरा में ईदगाह रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया। जिन मार्गों पर यातायात को डायवर्ट किया गया, वहां संकेतक और किसी तरह का सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया। इससे वाहन चालकों को ज्यादा परेशानी हुई। शाहगंज स्थित रुई की मंडी फाटक से भी वाहनों को बंद करने पर लोगों को 3 से 4 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा। शाम को डायवर्जन के कारण बारहखंभा फाटक पर भी लोगों को जाम से जूझना पड़ा। पुल निर्माण के कारण तकरीबन पांच लाख लोगों को 35 दिन तक यह परेशानी उठानी पड़ेगी।
लोक निर्माण विभाग ने ईदगाह आरओबी की मरम्मत तो शुरू कर दी मगर खेरिया हवाई अड्डे से शहर को जोड़ने वाले इस पुल से आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को वैकल्पिक रास्ता नहीं दिया। खेरिया मोड़ से शाहगंज की ओर जाने वाले वाहन चालक पहले रूई की मंडी फाटक पर पहुंचे, मगर वहां पता चला कि फाटक भी बंद है तो वह घूमकर बारहखंभा फाटक से होकर गुजरे। पूरे रूट पर कहीं भी संकेतक व बोर्ड नहीं लगाए गए। इससे धनौली, मलपुरा, ख्वासपुरा, सराय ख्वाजा से आने वाले वाहन चालक गलियों में भटकते हुए किसी तरह ईदगाह बस स्टैंड और आगरा कैंट स्टेशन की ओर निकल सके।
यही हाल ईदगाह, शाहगंज से खेरिया मोड़ की ओर जाने वाले वाहन चालकों का रहा। खेरिया मोड़ के अनुपम ने बताया कि पुल और रुई की मंडी फाटक पर रोजाना हजारों वाहनों का आवागमन होता है। दोनों ही रास्ते बंद किए गए हैं। ऐसे में अर्जुन नगर, खेरिया मोड़ के लोगों को शाहगंज तक जाने के लिए तीन से चार किमी का चक्कर काटना पड़ रहा है। अजीत नगर के सुशील नोतनानी का कहना था कि एक दिन की बात हो तो लोग काट लेते हैं मगर यहां 35 दिन तक यह हालात रहेंगे। अगर वैकल्पिक मार्ग बनाया गया होता तो ज्यादा बेहतर रहता।
ये भी पढ़ें – 2000 Note Ban: परेशान न हों, हर एकाउंट से बदल सकेंगे 20 हजार तक के नोट; जानें नियम
[ad_2]
Source link