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बेसमेंट की खुदाई के दौरान आठ मकान गिर गए
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में धर्मशाला के बेसमेंट में खुदाई के दौरान टीला माईथान में ढहे 8 मकानों का हर्जाना प्रशासन खनन ठेकेदार से वसूलेगा। पीडब्ल्यूडी के आकलन में 1.55 करोड़ रुपये का नुकसान पाया गया है। इसकी वसूली खनन ठेकेदार राघवेंद्र उपाध्याय निवासी केके नगर से होगी। फिलहाल राघवेंद्र जेल में बंद है।
टीला माईथान में 50 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें आठ मकान और एक मंदिर खुदाई के कारण पूरी तरह ढह गया। एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि ठेकेदार राघवेंद्र उपाध्याय ने खनन की अनुमति ली थी। 1.55 करोड़ की क्षतिपूर्ति खनन ठेकेदार से वसूली जाएगी। बाकी मकानों में मरम्मत कराई जाएगी।
खनन के दौरान नहीं लगाया गया सपोर्ट
दूसरी तरफ हादसे की वजह की जांच के लिए गठित पीडब्ल्यूडी टीम ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपी है। पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता नरेश कुमार ने बताया कि हादसे की मुख्य वजह बेसमेंट की गलत खुदाई है। टीले पर बने मकानों की जड़ तक बेसमेंट खोदा गया। खनन करने वालों ने कोई सपोर्ट नहीं लगाया। इसके कारण मकान ढह गए। 40 फुट गहरी खुदाई की गई। उन्होंने कहा गोपनीय रिपोर्ट डीएम को सौंपी है। बाकी मकानों का सर्वे नहीं हुआ है।
50 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त
टीला माईथान में 50 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हैं। मकानों में दरारें आ गई हैं। इन गिरासू मकानों को खाली कराया जा चुका है। एडीएम सिटी ने बताया कि आठ मकानों के ध्वस्तीकरण के दौरान अन्य मकानों में कोई हादसा न हो इसलिए उन्हें खाली कराया है। ध्वस्तीकरण के बाद बाकी मकानों में लोग रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो बाकी मकानों में हुई क्षति का आकलन कराने के बाद मरम्मत कराई जाएगी। इसका हर्जाना भी बिल्डर और खनन ठेकेदार से वसूला जाएगा।
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