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आगरा जिला जेल
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा शहर के आवास विकास काॅलोनी और तोरा चौकी क्षेत्र से पकड़े गए 33 बांग्लादेशियों को जिला जेल की अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। इन पर नजर रखी जा रही है। मुलाकातियों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
सिकंदरा की आवास विकास काॅलोनी के सेक्टर-14 में खाली जमीन पर बांग्लादेशियों ने बस्ती बसाई थी। इंटेलीजेंस ब्यूरो की टीम की सूचना पर पुलिस ने 32 को गिरफ्तार किया था। इनमें 13 महिलाएं, 15 पुरुष और चार बाल अपचारी हैं। इसके अलावा एक साल से लेकर सात साल तक के आठ बच्चे भी शामिल हैं। 28 को जेल भेजा गया है।
17 मार्च को ताजगंज के तोरा चौकी क्षेत्र में झोपड़ी बनाकर रह रहे 5 बांग्लादेशी पकड़े गए थे। इनको भी जेल भेजा गया। इनमें से दो पूर्व में जेल भेजे गए अपने साथियों से मुलाकात करने गए थे। इससे ही पुलिस को सुराग मिल गया। जिला जेल में 33 बांग्लादेशी बंद हैं। इनमें 15 महिलाएं और 18 पुरुष हैं। इनके अलावा बच्चे भी हैं। महिलाओं को दो बैरक और पुरुषों को अलग-अलग बैरक में रखा है। इन पर नजर रखी जा रही है। जेल में फिलहाल इन लोगों से कोई मिलने नहीं आया है।
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झोपड़ियों पर भी बढ़ाई नजर
बांग्लादेशियों के पकड़े जाने के बाद शहर में जगह-जगह लगी झोपड़ियों पर भी एक बार फिर पुलिस ने नजर बढ़ा दी है। पूर्व में सत्यापन किया गया था। मगर, एक भी बांग्लादेशी नहीं पकड़ा जा सका। इंटेलीजेंस ब्यूरो और एटीएस ने ही कार्रवाई की। मगर, अब पुलिस झोपड़ी बनाकर रहने वालों की गोपनीय तरीके से जानकारी जुटा रही है।
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